नई दिल्ली. वर्ल्ड बैंक की कारोबार सुगमता रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग में शानदार सुधार आया हैदेश की रैंकिंग 30 पायदान सुधर कर 100वें स्थान पर पहुंच गई है। भारत पिछले साल 190 देशों की सूची में 130वें स्थान पर था। इस वर्ष के आकलन में यह टॉप 10 सुधारकर्ता देशों में एक है। इस रिपोर्ट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एतिहासिक छलांग करार दिया है।
भारत के लिए पहला मौका यह पहला मौका है जब भारत इस मामले में 100 देशों में शामिल हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कारोबार सुगमता की रैंकिंग में ऐतिहासिक छलांग 'टीम इंडिया' के चौतरफा एवं बहु-क्षेत्रीय सुधार कदमों का नतीजा है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में हमने कारोबार को सुगम बनाने की ओर राज्यों के बीच सकारात्मक स्पर्धा की भावना देखी है।
आगे भी जारी रखेंगे सुधार
पीएम मोदी ने कहा है कि हम 'रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफार्म' के मंत्र के साथ रैंकिंग में और सुधार करने तथा अधिक आर्थिक वृद्धि हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सालाना रिपोर्ट 'डूइंग बिजनेस 2018: रिफॉर्मिंग टू क्रिएट जॉब्स' में वर्ल्ड बैंक ने हालांकि रैंकिंग में जीएसटी क्रियान्वयन के बाद के कारोबारी माहौल पर गौर नहीं किया है।
ईज आॅफ डूइंग बिजनेस:भारत ने लगाई लंबी छलांग, शीर्ष 100 में शामिल
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार में व्यापार करने के लिहाज से भारत में जबरदस्त सुधार हुआ है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 2014 में हम कारोबार सुगमता के मामले में 142वें स्थान पर थे जो कि अब घटकर 100वें स्थान पर आ गया है। जेटली ने विश्व बैंक का हवाला देते हुए कहा कि देश में निवेश का माहौल अच्छा हुआ है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि छोटे निवेशकों का ध्यान रखने के मामले में भी भारत दुनिया के 5 देशों में शामिल हो गया है। अरुण जेटली ने कहा कि पिछले तीन सालों में हुए आर्थिक सुधारों का असर दिखा रहा है। टैक्स के मामले में भारत 119वें स्थान पर पहुंचा गया है।
क्या है रिपोर्ट में
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने कारोबार शुरू करने, निर्माण कार्य के लिए परमिट लेना और दिवालिएपन के निपटारे के मामले में अच्छा काम किया है। इन मामलों में उसे पिछली बार क्रमश: 155, 186 और 136 रैंक मिली थी। पिछली बार कमजोर रैंक ने भारत को बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुधार को लेकर उठाए गए त्वरित फैसलों ने भारत की रैंकिंग सुधारी। आने वाले समय में अगर सुधार की यही रफ्तार जारी रहती है तो भारत की रैंकिंग में दोगुने की छलांग लग सकती है।
रैंकिंग सुधरने की वजह
केंद्र सरकार ने पिछले एक साल में कई बड़े कदम उठाए हैं। इसमें देश का ऐतिहासिक टैक्स रिफॉर्म जीएसटी भी शामिल हैं। विदेशी निवेश के मामले में भारत चीन को पीछे छोड़कर नंबर एक देश बन चुका है। सूत्रों के मुताबिक, जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है तब से अब तक देश में करीब 170 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आ चुका है।
कौन कौन से शहर
वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट के मुताबिक व्यापार करने के मामले में पंजाब का शहर लुधियाना पहले पायदान पर है तो देश की राजधानी दिल्ली को ईज आॅफ डूइंग बिजनेस के मामले में छठे नंबर पर रखा गया है।