नई दिल्ली: इटली के प्रधानमंत्री पाओलो गेंतिलोनी जल्द ही भारत पहुंचेंगे। उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय चर्चा होगी। इटली की कंपनियों द्वारा भारत में निवेश बढ़ाने में दिलचस्पी ली जा रही है,साथ ही इटली चाहता है कि, वह मेक इन इंडिया के तहत रक्षा क्षेत्र में भारत में निवेश करे। यदि ऐसा होता है तो यह भारत के लिए भी बेहतर होगा।
इससे कई रक्षा उपकरण भारत में ही निर्मित हो सकेंगे, और इसमें डीआरडीओ को संयुक्त उपक्रम के तौर पर तैयार किया जा सकता है। प्रधानमंत्री पाओलो गेंतिलोनी के साथ इटली का प्रतिनिधि मंडल पहुंच रहा है।
माना जा रहा है कि, दोनों ही देशों के बीच चमड़ा, डिजाइनिंग, फूड सेक्टर, तकनीक आदि के क्षेत्र में द्विपक्षीय निवेश और कारोबार को बढ़ाने के लिए सहमति दी जा सकती है। मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय सैन्य बल इटालियन तकनीक से निर्मित साजो - सामान का उपयोग करता है।
इटली भारत के लिए, एक प्रमुख सैन्य उपकरण निर्यातक देश है। वर्ष 2012 तक यूरो करीब 8.5 बिलियन यूरो के आंकड़े को मार कर गया। वर्ष 2012 से इसमें गिरावट आना प्रारंभ हो गई। इस तरह की घटना वर्ष 2012 में हुई।
मिली जानकारी के अनुसार, नई दिल्ली द्वारा भारतीय कानून के अनुसार अपने रूख को दृढ़ बनाए रखा गया, जिसके कारण दोनों ही देशों के संबंधों में कड़वाहट आ गई।