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मुंबई: तेजस एक्सप्रेस में तमाम वीआईपी सुविधाएं और अच्छी केटरिंग सर्विस को लेकर किए गए तमाम दावे की आज पोल खुल गई है। इस प्रीमियम ट्रेन में केटरिंग के लिए खास मेन्यू तैयार करने का प्रचार किया जा रहा था, हालांकि इस ट्रेन में भी खाने की स्थिति वैसी ही है जैसी भारतीय रेल की दूसरी ट्रेनों की है। रविवार को गोवा से मुंबई जा रही तेजस एक्सप्रेस में आईआरसीटीसी का खाना खाने से कम से कम 26 यात्री बीमार हो गए।

कोंकण रेलवे के एक अधिकारी ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी बीमार यात्रियों को चिपलुन स्टेशन पर उतारा गया और उन्हें सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। आईआरसीटीसी के एक अधिकारी ने बताया कि करीब 290 यात्रियों को नाश्ता दिया गया था। करीब 12 बजे 3 यात्रियों ने तबीयत खराब होने की शिकायत की। कुछ देर बाद और यात्रियों ने ऐसी शिकायतें की।

उन्होंने उल्टी और घबराहट होने की शिकायत की थी। यात्रियों के पास वेज और नॉन-वेज फूड चुनने का विकल्प होता है।

आईआरसीटीसी अधिकारी ने कहा कि अभी तक यह पता नहीं चला कि फूड पॉइजनिंग वेज फूड से हुई है या नॉन-वेज फूड से। कोंकण रेलवे के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संजय गुप्ता ने बताया है कि अस्पताल में भर्ती कराए गए सभी यात्री खतरे से बाहर हैं। 

भारतीय रेल मंत्रालय ने कहा है कि तेजस मामले में केटरिंग ठेकेदार को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पूरे मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। जिस किचन में यात्रियों के लिए खाना तैयार किया गया था, उसका भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया है।

जांच को सैंपल लिए

फूड प्वाइजनिंग की जानकारी मिलते ही रेलवे की जांच टीम मौके पर पहुंची और खाद्य पदार्थ के सैंपल लिए। इसकी जांच को खानपान सेवा निदेशक मॉनिटर कर रहे हैं।

यात्री दे रहे मोटा पैसा

तेजस एग्जिक्युटिव क्लास में कैटरिंग के लिए यात्रियों को अतिरिक्त 504 रुपये और एसी चेयरकार में 410 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। मुंबई से करमाली जाते समय इस ट्रेन में पंजाबी घसीटाराम हलवाई द्वारा कैटरिंग सर्विस दी जाती है। वापसी में जेके घोष नामक कंपनी सेवा प्रदान करती है।

कैटरिंग नियमों की धज्जियां

कैटरिंग पॉलिसी 2017 के पैरा 3.8.4 में स्पष्ट लिखा है कि आईआरसीटीसी खानपान की सेवा के लिए निजी कंपनियों को आउटसोर्स नहीं करेगी। लेकिन सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार आईआरसीटीसी ने मुंबई समेत तीन आउटसोर्स किए हुए हैं। आईआरसीटीसी के प्रवक्ता पिनाकिन मोरावाला के अनुसार, ‘हमारा गोवा में कोई बेस किचन नहीं है, इसलिए इस ट्रेन की कैटरिंग सेवा आउटसोर्स की गई है।’

प्रभु ने शुरू की थी ट्रेन

तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मई, 2017 में तेजस एक्सप्रेस को छत्रपति शिवाजी स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। ये प्रीमियम रेलगाड़ी मुंबई से गोवा के करमाली के बीच हफ्ते में पांच दिन चलती है।

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