नई दिल्ली: पेट्रोल पंप डीलरों ने शुक्रवार को हड़ताल पर जाने का अपना फैसला वापस ले लिया है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने डीलरों को कड़ी चेतावनी दी थी और यहां तक कहा था कि उनका अनुबंध रद्द किया जा सकता है। इसके बाद डीलरों ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा की। पेट्रोल पंप डीलरों के विभिन्न संघों ने शुक्रवार को 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था।
डीलरों ने नए बाजार अनुशासन दिशानिर्देशों के खिलाफ हड़ताल ऐलान किया था। इन दिशानिर्देशों में कम माप, आटोमेटेड पंपों को मैनुअल तरीके से बिना मंजूरी के चलाने, स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था नहीं करने और कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन का भुगतान नहीं करने के लिए कड़े जुर्माने का प्रावधान है।
अखिल भारतीय पेट्रोलियम डीलर संघ के अध्यक्ष अजय बंसल ने कहा कि तीनों पेट्रोलियम कंपनियों के विपणन निदेशक ने हमसे हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की है। उनकी अपील के बाद हम अपने हड़ताल के आह्वान को वापस ले रहे हैं।
फेडरेशन ऑफ आल इंडिया पेट्रोलियम ट्रेडस, आल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन और कंसोर्टियम आफ इंडियन पेट्रोलियम डीलर्स के मुख्य संगठन यूनाइटेड पेट्रोलियम फ्रंट ने भी 27 अक्तूबर से खरीद और बिक्री परिचालन को अनिश्चितकाल के लिए रोकने की भी चेतावनी दी है।
हालांकि, पेट्रोलियम कंपनियों ने डीलरों से हड़ताल के आह्वान को वापस लेने की अपील की थी लेकिन इसके साथ ही उन्होंने डीलरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। इसमें डीलरशिप अनुबंध रद्द करने की चेतावनी भी थी।
इंडियन आयल कारपोरेशन के चेयरमैन संजीव सिंह ने मंगलवार को इस हड़ताल की घोषणा को अनुचित बताते हुए कहा था कि पेट्रोलियम कंपनियों ने उनकी सभी मांगें पूरी कर दी हैं और कुछ सप्ताह पहले ही डीलरों का कमीशन बढ़ाया गया है।