नई दिल्ली: मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की घोषणा के 30 दिन पूरे होने के मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार द्वारा नोटबंदी का असल मकसद कैश ट्रांजेक्शन को कम करके डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ाने की कोशिश है और इसमें सरकार बहुत हद तक कामयाब भी हुई है। सिर्फ पेट्रोल और डीजल की बात करें तो पेट्रोल पंप पर अभी ही 40 प्रतिशत लेनदेन कैशलेस हो गया है। रोजाना 4.5 करोड़ उपभोक्ता 1,800 करोड़ रुपये का डीजल और पेट्रोल खरीदते है, डिजिटल भुगतान 40 प्रतिशत बढ़ा है। जेटली ने नोटबंदी की वजह से कैश की भारी किल्लत को झेल रही आम जनता के लिए कुछ राहत भरी घोषणा की है। जेटली ने प्रेस कांफ्रेंस में जो घोषणाएं की उसकी कुछ अहम बातें इस प्रकार से हैं-- - डिजिटल पेमेंट करने पर पेट्रोल-डीजल 0.75 प्रतिशत सस्ता मिलेगा। - हर 10,000 की आबादी वाले गांव में दो प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें उपलब्ध करायी जाएंगी। इसके लिए एक लाख गांव चुने जाएंगे। - रेलवे के मासिक टिकटों की खरीद डिजिटल तरीके से करने पर एक जनवरी से 0.5 प्रतिशत की छूट। - मुंबई लोकल से की जाएगी छूट देने की शुरूआत। - ऑनलाइन टिकट खरीदने पर मुफ्त बीमा का प्रावधान। - रेलवे की खानपान, विश्राम गृह, रिटायरिंग रूम के लिए डिजिटल भुगतान पर 5 प्रतिशत की छूट। - किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को रूपे कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
- ई-पेमेंट करने पर जीवन बीमा में 8 फीसदी की छूट मिलेगी। - ई-पेमेंट करने पर सामान्य बीमा पर 10 प्रतिशत की छूट। - नई पॉलिसी खरीदने वालों को भी छूट देगी सरकार। - टोल नाकों पर ई-पेमेंट पर 10 प्रतिशत की छूट का भी प्रावधान है।