इस्लामाबाद: कश्मीर में घुसपैठ के भारत के आरोप को पाकिस्तान ने नकार दिया है। इससे पहले भारत ने पाकिस्तान द्वारा सीमापार आतंकवाद को लगातार बढ़ावा देने के लिए वहां के राजदूत अब्दुल बासित को बुलाकर ‘कड़ा संदेश (डिमार्श)’ दिया था। भारत द्वारा पाकिस्तान के उच्चायुक्त को समन भेजे जाने से संबंधित सवाल पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है, ‘सीमापार घुसपैठ के भारत के दावे को हम सिरे से खाजिर करते हैं। पाकिस्तान अपनी जमीन से किसी के भी खिलाफ आतंकी कार्रवाई नहीं होने देने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।’ इसमें कहा गया, ‘भारतीय दावे की सत्यता प्रणामित करना जरूरी है। इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।’ संबंधों में और तल्खी लाते हुए कल भारत ने बासित को बुलाकर पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करने और प्रशिक्षित आतंकवादियों को यहां, खासकर कश्मीर में हमले करने के लिए भेजने पर उन्हें ‘कड़ा संदेश (डिमार्श)’ दिया था। विदेश सचिव एस. जयशंकर ने बासित को साउथ ब्लॉक स्थित अपने दफ्तर बुलाकर इस मुद्दे पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने लश्कर ए तैयबा के आतंकी और पाकिस्तानी नागरिक बहादुर अली का खासतौर से नाम लिया। अली को हाल ही में एक मुठभेड़ के दौरान उत्तरी कश्मीर से पकड़ा गया था। बासित को दिए गए डिमार्श के मुताबिक अली का जन्म लाहौर के जिया बग्गा गांव में हुआ। उसे 25 जुलाई को जम्मू-कश्मीर में पकड़ा गया था।
उसके पास से हथियार (एके 47 राइफल, जिंदा कारतूस, हथगोले और हथगोला लांचर आदि) बरामद हुए थे। उसके पास से पाकिस्तान और अन्य देशों में निर्मित आधुनिक संचार उपकरण समेत अन्य सामग्री भी मिली थी। मुठभेड़ में मारे गए हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में बने हालात पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भड़काऊ टिप्पणी की थी जिसके बाद दोनों देशों के संबंधों में कड़वाहट और बढ़ गई थी।