इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना के शीर्ष कमांडरों ने कहा है कि देश में आतंकी खतरे की मुख्य वजह भारत द्वारा प्रबंधित अफगानी शत्रुओं और पाकिस्तान के अंदर उनके मददगार के बीच बढ़ती सांठ-गांठ है. पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' की वेबसाइट के अनुसार, कोर कमांडरों की बैठक में पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहील शरीफ भी उपस्थित थे. बैठक में कमांडरों ने कहा कि खतरा अफगानिस्तान की धरती से उत्पन्न हो रहा है, जिसका प्रबंधन भारतीय खुफिया एजेंसी कर रही है. इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस के एक बयान के अनुसार, हालांकि यह भी माना गया कि देश के अंदर के मददगार बाहरी दुश्मनों के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराते हैं. कोर कमांडरों की बैठक सेना मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित हुई थी. सम्मेलन में जनरलों ने खतरे की समीक्षा की और आसन्न सुरक्षा खतरों की चुनौतियों से निपटने के उपायों पर चर्चा की. हालांकि बैठक हर माह होती है, लेकिन इस बार की बैठक इसलिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि गत सोमवार को क्वेटा के एक अस्पताल पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें कम से कम 70 लोग मारे गए थे. आगामी एक उच्चस्तरीय बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए भावी दिशानिर्देश तय करने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है. x जनरल शरीफ ने कमांडरों से कहा कि क्वेटा हमला जर्ब-ए-अज्ब अभियान की सफलता को नजरअंदाज करने का एक प्रयास था.
यह अभियान अपने अंतिम चरण में है.