इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद, भ्रष्टाचार और संगठित अपराधों के खिलाफ संघर्ष के लिए दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन (दक्षेस) के देशों के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है। दक्षेस देशों के गृह मंत्रियों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए शरीफ ने आदिवासी इलाकों में पाकिस्तान के आतंक विरोधी अभियानों और राष्ट्रीय कार्य योजना का जिक्र किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान सरकार अपनी जमीन से उभरने वाले आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि दक्षेस क्षेत्र के पास मानव और प्राकृतिक संसाधनों का विपुल भंडार है। ‘इसलिए दक्षेस हमारे लोगों की शांति और खुशहाली के लिए क्षेत्रीय क्षमता का दोहन करने के वास्ते एक मंच प्रदान कर सकता है और उसे करना चाहिए। शरीफ ने कहा कि यह दृष्टिकोण उनकी सरकार के विकास के लिए शांति और शांतिपूर्ण पड़ोस के उनकी सरकार के ख्याल पर आधारित है। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने दक्षेस चार्टर में उल्लिखित उद्देश्यों और विचारों की दिशा में आगे बढ़ने के लिए उठाए जाने वाले कदमों का हमेशा समर्थन किया है।’ उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पाकिस्तान स्वदेशी साधनों के बंटवारे के जरिए उर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय प्रयासों का भी हामी रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान इस विचार को साझा करता है कि क्षेत्र की प्रगति और खुशहाली के लिए संपर्क बेहद जरूरी है और वह क्षेत्र में सड़क, वायु, रेल और जल संपर्क का सिद्धांतत: समर्थन करता है। शरीफ ने कहा, ‘दक्षेस घोषणापत्र में उल्लिखित उद्देश्यों और लक्ष्यों को हासिल करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।’
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए दक्षेस महासचिव अजरुन बहादुर थापा ने आतंकवाद, मादक पदार्थ, साइबर अपराध और अन्य अन्तरराष्ट्रीय अपराधों की समस्या से निपटने के लिए कारगर उपाय करने की जरूरत पर जोर दिया। आठ सदस्यीय समूह की दिनभर चलने वाली सातवीं बैठक पिछली बैठकों में लिए गए फैसलों की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित की गई है।दक्षेस में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका हैं।