इस्लामाबाद: पाकिस्तान के निकट साझेदार तुर्की ने कश्मीर में मानवाधिकार के कथित उल्लंघन की जांच के लिए इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी की एक टीम भेजने के इस्लामाबाद के रूख का समर्थन किया, हालांकि उसने यह भी कहा कि कश्मीर मुद्दे का समाधान बातचीत के जरिए होनी चाहिए। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावागलू ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘तुर्की जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के रूख का पूरा समर्थन करता है।’ उन्होंने कहा कि तुर्की कश्मीर मामले पर बने ओआईसी संपर्क समूह का सक्रिय सदस्य है और उसकी बैठक में शामिल हुआ। उम्मीद है कि इसकी अगली बैठक सितंबर में होगी। तुर्की के विदेश मंत्री ने कहा, ‘मैं ओआईसी के महासचिव से कहना चाहूंगा कि वह संपर्क समूह को संगठित करें और एक पर्यवेक्षक मिशन को भेजें। हमारा मानना है कि इस मुद्दे (कश्मीर) का बातचीत के जरिए समाधान होना चाहिए।’ पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाया था और घाटी में मानवाधिकार के कथित उल्लंघन की जांच के लिए तथ्यान्वेषी दल भेजे जाने की मांग की थी। बीते 8 जुलाई को हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से सुरक्षा बलों के साथ झड़प में 49 लोग मारे जा चुके हैं।
अजीज ने कहा कि पाकिस्तान रेचेप तैयब एर्दोगान के ओजस्वी नेतृत्व के तहत लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्थिर तुर्की का समर्थन करता है।