पोर्ट मोरेस्बी: पीएम मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण के लिए रविवार (21 मई) को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे। पीएम नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे के साथ द्विपक्षीय बैठक की। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग शिखर सम्मेलन (एफआईपीआईसी) की सह-अध्यक्षता की। बता दें कि पीएम मोदी ने 14 प्रशांत द्वीप देश शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
एफआईपीआईसी में मोदी बोले- कई देशों पर पड़ा कोविड का प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड महामारी का प्रभाव ग्लोबल साउथ देशों पर सबसे अधिक पड़ा। जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाएं, भुखमरी, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थी अब नई परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं जैसे, फ्यूल, फर्टिलाइजर और फार्मा। इसकी सप्लाई में भी बाधाएं आ रही हैं। जिन्हें हम अपना मानते थे पता चला कि जरूरत पर वे हमारे साथ नहीं थे। इस कठिनाई के समय पुराना वाक्य सिद्ध हुआ कि 'ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इन डीड'।
शिखर सम्मेलन में खिंचवाई तस्वीर
साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ 14 प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) के नेताओं ने पापुआ न्यू गिनी में तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग (एफआईपीआईसी) शिखर सम्मेलन में तस्वीर खिंचवाई।
'भारत ने अंतरराष्ट्रीय सोलर एलायंस और सीडीआरआई जैसे पहल की'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यूएन प्रधान सचिव के साथ मैंने मिशन लाइफ मतलब लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट लॉन्च किया। भारत ने अंतरराष्ट्रीय सोलर एलायंस और सीडीआरआई जैसे पहल किए हैं। मैं समझता हूं कि सोलर एलायंस के साथ ज्यादातर देश जुड़े हैं।
'वसुधैव कुटुंबकम' हमारी मूल प्रेरणा: पीएम मोदी
इस दौरान एफआईपीआईसी सम्मेलन में पीएम मोदी ने 'वसुधैव कुटुंबकम' का नारा भी दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय विचारधारा में संपूर्ण विश्व को एक परिवार के रूप में देखा जाता है। 'वसुधैव कुटुंबकम' हमारी मूल प्रेरणा है, जी-20 अध्यक्षता के लिए हमारा विषय, 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' भी इसी भावना पर आधारित है।
'मानवीय सहायता हो या विकास, भरोसेमंद पार्टनर है भारत'
पीएम ने कहा- भारत आपकी प्राथमिकताओं का सम्मान करता है। आपका डेवलपमेंट पार्टनर होने पर गर्व महसूस करता है। मानवीय सहायता हो या आपका विकास, भारत को आप भरोसेमंद पार्टनर के रूप में देख सकते हैं, विश्वास कर सकते हैं। हम बिना किसी संकोच के अपनी क्षमताएं और अनुभव आपके साथ साझा करने को तैयार हैं।
एफआईपीआईसी सम्मेलन में बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा- भारत ग्लोबल साउथ की चिंताओं उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को जी-20 के जरिए विश्व के समक्ष पहुंचाना अपना दायित्व मानता है। पिछले 2 दिनों में जी-7 समिट में भी मेरा यहीं प्रयत्न था। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य आगे रखे हैं। मुझे खुशी है कि हम इन पर तेजी से काम कर रहे हैं।
भारत ने अपने सभी साथी देशों की मदद की: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत अपनी क्षमताओं के अनुरूप सभी साथी देशों की मदद करता रहा है। मैंने पहले भी कहा है मेरे लिए आप बड़े महासागरीय देश हैं, छोटे द्वीप राज्य नहीं। आपका महासागर ही भारत को आपके साथ जोड़ता है।