इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान गिरफ्तार हो गए हैं। उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर से पाकिस्तानी रेंजर्स ने अरेस्ट कर लिया। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान को रेंजर्स ने उस वक्त हिरासत में लिया, जब रिश्वतखोरी के आरोप में वह अदालत में पेश हुए थे। उनके वकील फैसल चौधरी ने यह बात कही। पीटीआई के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने कहा कि अदालत पर “रेंजर्स का कब्जा” है और वकीलों को “यातना दी जा रही है।”
वहीं इस्लामाबाद पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के मुताबिक, इमरान खान को अल कादिर ट्रस्ट केस से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में अरेस्ट किया गया है। इमरान खान अपने खिलाफ दर्ज मामलों में जमानत लेने कोर्ट पहुंचे थे। पीटीआई के एक और नेता अजहर मसवानी ने आरोप लगाया कि रेंजर्स द्वारा अदालत के अंदर से 70 वर्षीय खान का “अपहरण” किया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने देश भर में प्रदर्शन का तत्काल आह्वान किया है। पार्टी के एक अन्य नेता ने ट्विटर पर वीडियो संदेश में कहा कि वे इमरान खान को प्रताड़ित कर रहे हैं...वे खान साहब को पीट रहे हैं। उन्होंने खान साहब के साथ कुछ किया है।”
इस्लामाबाद में धारा 144 लगाई गई,कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें
इस्लामाबाद पुलिस का कहना है स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में इमरान खान के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। लाहौर के कुछ हिस्सों से भी आगजनी और तोड़फोड़ की खबरें सामने आ रही हैं।
बता दें कि एक अन्य ताजा घटनाक्रम में ही सोमवार को ही पाकिस्तान की सेना ने एक सेवारत आईएसआई अधिकारी पर इमरान खान के आरोपों की निंदा की थी और आरोपों को 'बेहद गैर जिम्मेदाराना और बेबुनियाद ' बताया था। इसी के एक दिन बाद अब गिरफ्तारी की खबर सामने आई है। सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस' (आईएसपीआर) के कड़े शब्दों वाले बयान में यह भी कहा कि इमरान खान के 'मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण आरोप बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय और अस्वीकार्य हैं।' बयान में कहा गया कि पिछले एक साल से देखा जा रहा है कि सेना और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों को राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निशाना बनाया जा रहा है और उनपर आक्षेप लगाए जा रहे हैं। इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान की सेना और खुफिया एजेंसियों को 'बदनाम करने और धमकाने' के लिए निंदा की थी।
इमरान खान ने आईएसआई के अधिकारी पर लगाया था उनकी हत्या की साजिश का आरोप
इमरान खान ने शनिवार को एक रैली में कहा था कि इंटर सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (आईएसआई) के अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। इमरान खान ने आरोप लगाया है कि दो बार उनकी हत्या की कोशिश करने वाले आईएसआई अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर वरिष्ठ पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या में शामिल थे। सेना के आलोचक रहे अरशद शरीफ की पिछले साल अक्टूबर में केन्या में हत्या कर दी गई थी। वह सुरक्षा एजेंसियों से अपनी जान को खतरा होने का जिक्र करते हुए देश छोड़ कर भाग गए थे। केन्या में पुलिस ने खोजी पत्रकार पर गोली चलाई थी, जिससे उनकी मौत हुई थी। केन्या की पुलिस ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट में कहा था कि गलत पहचान के चलते 49 वर्षीय व्यक्ति की गाड़ी पर गोली चलाई गई थी, जिससे उनकी मौत हो गई।
इमरान खान (71) ने इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के साथ-साथ जनरल नसीर पर पिछले साल नवंबर में पंजाब प्रांत के वजीराबाद में उनकी (खान की) हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया था। इस हमले में उनके पैर में तीन गोलियां लगी थीं।