खार्तूम: सूडान पर नियंत्रण को लेकर सेना और अर्धसैनिक बल के बीच संघर्ष अभी भी जारी है और इस संघर्ष में लगभग 200 लोगों की मौत हो गई। जबकि 1,800 लोग घायल हो गए हैं। संघर्ष के कारण अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। साथ ही चिकित्सा और भोजन आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। हिंसा के दौरान हवाई हमले और भारी गोलाबारी देखने को मिल रही है। यह हिंसा सशस्त्र बलों के कमांडर अब्देल फतेह अल बुरहान और रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान दागलो के बीच सत्ता के लिए संघर्ष का हिस्सा है। एक हफ्ते तक चलने वाले इस सत्ता संघर्ष ने शनिवार को घातक हिंसा का रुप ले लिया था। दोनों ही जनरल पूर्व सहयोगी हैं जिन्होंने अक्टूबर 2021 में सैन्य तख्तापलट किया था और सूडान का अल्पकालीन लोकतंत्र पटरी से उतर गया था।
भारतीय दूतावास ने दी सलाह
सूडान की राजधानी खार्तूम में जारी व्यापक हिंसा के बीच वहां भारतीय दूतावास ने सोमवार को जारी अपने ताजा परामर्श में भारतीयों से अपने घरों से बाहर नहीं निकलने एवं शांत रहने को कहा है।
रविवार को दूतावास ने कहा था कि खार्तूम में गोली लगने से घायल एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई।
खार्तूम में हिंसा शुरू होने के बाद जारी अपने दूसरे परामर्श में भारतीय मिशन ने कहा, ‘‘ताजा जानकारी के आधार पर दूसरे दिन भी लड़ाई में कमी नहीं आई है। हम भारतीयों से आग्रह करते हैं कि वे जहां हैं, वहीं पर रहें और बाहर नहीं निकलें।''
इससे पहले रविवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारतीय नागरिक की मौत पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा था कि खार्तूम की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और भारत उस देश के घटनाक्रम पर नजर रखेगा।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वह भारतीय नागरिक की मौत से ‘बहुत दुखी' हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “दूतावास परिवार को पूरी सहायता देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।”
सूडान स्थित भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने और घरों में रहने की सलाह दी है। दूतावास ने ट्वीट कर भारतीयों से शांत रहने और अद्यतन जानकारी का इंतजार करने का भी आग्रह किया था।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सूडान में करीब 4000 भारतीय रहते हैं जिसमें से 1200 कुछ दशक पहले वहीं बस गए।