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ढाका: बांग्लादेश के चटगांव के सीताकुंडा उपजिला में शनिवार रात एक निजी कंटेनर डिपो में भीषण आग लग गई, जिसमें अब तक 35 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। जबकि 450 लोग घायल हो गए। मिली जानकारी अनुसार उपजिला के कदमरासुल इलाके में बीएम कंटेनर डिपो में आग लग गई। इस संबंध में चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (सीएमसीएच) के एसआई नूरुल आलम ने कहा कि घटना की प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि कंटेनर डिपो में केमिकल के कारण आग लगी है। उनकी मानें तो आग बुझाने के क्रम में एक भयानक विस्फोट हुआ। ढाका ट्रिब्यून के अनुसार विस्फोट के बाद आग और भयावह हो गई।

एसआई नूरुल आलम ने बताया कि रात करीब नौ बजे आग लगी। हालांकि, 11:45 बजे भीषण धमाका हुआ, जिसके बाद कंटेनरों में केमिकल होने के कारण आग एक कंटेनर से दूसरे कंटेनर में फैल गई। रेड क्रिसेंट यूथ चटगांव में स्वास्थ्य और सेवा विभाग के प्रमुख इस्ताकुल इस्लाम ने बांग्लादेश के स्थानीय मीडिया आउटलेट से अगलगी में हुई मौतों की पुष्टि की।

19 अग्निशमन इकाइयां काम कर रही

उन्होंने कहा, "इस घटना में 450 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कम से कम 350 सीएमसीएच में हैं। अन्य अस्पतालों में मरने वालों की संख्या अधिक हो सकती है।" सूत्रों के अनुसार, विस्फोट से पड़ोस में हड़कंप मच गया और आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। चटगांव अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा सहायक निदेशक मोहम्मद फारुक हुसैन सिकदर ने कहा, "आग बुझाने के लिए लगभग 19 अग्निशमन इकाइयां काम कर रही हैं और छह एम्बुलेंस भी मौके पर उपलब्ध हैं।"

मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना

बीएम कंटेनर डिपो एक अंतर्देशीय कंटेनर डिपो के रूप में स्थापित किया गया है, जो मई 2011 से काम कर रहा है। राजधानी ढाका से लगभग 242 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में चटगांव जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एसएम रशीदुल हक ने रविवार तड़के चीनी मीडिया आउटलेट सिन्हुआ को बताया कि चट्टोग्राम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती होने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई। अधिकांश घायल हल्के से लेकर अधिक जले हुए थे। जबकि कई अन्य लोगों की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर बनी हुई है। आग पर काबू पाने के लिए रात भर काम करने वाले दमकल अधिकारी ने आशंका जताई है कि भीषण अग्निकांड में मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है।

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