दावोस: भारत की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि उनकी कंपनी को कम से कम 20 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज नष्ट करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के देशों को 'वैश्विक महामारी संधि' का हिस्सा बनना चाहिए जिससे ऐसे संकटों का सामना मिलकर किया जा सके।
पूनावाला स्विटजरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। उन्होंने एक भारतीय टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई बातें कहीं। उन्होंने कहा, हमें पता है कि महामारी के बीच क्या बुरा हुआ और क्या ठीक हुआ। पूनावाला ने कहा, हमें उम्मीद है कि कच्चे माल की उपलब्धता, वैक्सीन सर्टिफिकेट की मान्यता, क्लीनिकल ट्रायल और मैन्युफैक्चरिंग जैसी दिक्कतें अब नहीं आएंगी।
पूनावाला ने कहा कि ऐसी संधि होनी चाहिए जिससे कि कच्चा माल आराम से सप्लाई हो सके, इसके अलावा बौद्धिक संपत्ति को भी एक दूसरे को साझा किया जा सके। वैक्सीन सर्टिफिकेट डिजिटल फॉर्म में एक दूसरे को भेजा जा सके।
उन्होंने कहा, कोरोना वैक्सीन न केवल एक वेरिएंट बल्कि सभी वेरिएंट पर असरदायी साबित हो रही है। इसके अलावा यह लोगों को गंभीर होकर अस्पताल जाने से बचा रही है।
एसआईआई चीफ ने कहा कि मार्केट में सफल होने के लिए रिस्क लेना भी बहुत जरूरी है। अगर आप समय पर जरूरी काम नहीं करते हैं तो मार्केट किसी का इंतजार नहीं करती। ऐसे में जरूरी है कि आप टीम वर्क पर भरोसा करें और अपनी टीम पर भरोसा करें।
उन्होंने कहा, कंपनी इस साल के आखिरी तक सरवाइकल कैंसर की वैक्सीन लॉन्च करने की योजना बना रही है। एक ऐसी भी वैक्सीन होगी जो एक साथ पांच बीमारियों के लिए काम करेगी जिसमें मलेरिया भी शामल है। उन्होंने कहा कि डेंगी की वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है।