आबू धाबी: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान का शुक्रवार को 73 साल की उम्र में निधन हो गया। वो कई साल से बीमारी से जूझ रहे थे। आधिकारिक डब्ल्यूएएम न्यूज एजेंसी ने कहा, "राष्ट्रपति मामलों का मंत्रालय शेख खलीफा बिन जाएद अल नाहयान के शुक्रवार 13 मई को निधन हो जाने की इस दुख की घड़ी में यूएई के लोगों और इस्लामिक दुनिया के साथ है।" मंत्रालय ने 40 दिन के शोक की घोषणा की है और शुक्रवार से यूएई का झंडा 40 दिन तक आधा झुका रहेगा। पहले तीन दिन के लिए सार्वजनिक और प्राइवेट सेक्टर के दफ्तरों में काम भी स्थगित कर दिया गया है।
शेख खलीफा ने साल 2004 में यूएई के दूसरे राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी, और आबू धाबी के 16वें राजा और अपने पिता का स्थान लिया था। आबू-धाबी यूएई का सबसे धनी अमीरात है।
उन्हें साल 2014 से ही कभी-कभार सार्वजनिक तौर पर देखा जा गया था। दिल का दौरा पड़ने के बाद उनकी सर्जरी हुई थी, हालांकि वह आदेश जारी करते रहे।
उनके भाई और आबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जाएद को अब अगले कुछ सालों में यूएई का प्राकृतिक शासक माना जा रहा है।
भारतीय नेताओं ने दुबई के राष्ट्रपति के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किए हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने लिखा है कि उन्हें शेख खलीफा के निधन पर बेहद दुख है जिन्होंने हमेशा केरल के साथ अच्छे रिश्ते रखे।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया, शेख खलीफा के निधन पर यूएई के लोगों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं, वह अपने देश के विचारवान नेता और भारत के एक अच्छे दोस्त थे।
वहीं भारत के कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्री पियूष गोयल ने भी ट्वीट कर इस घड़ी में दुख ज़ाहिर किया है। उन्होंने कहा कि शेख खलीफा ने यूएई में कई सुधार किए जो इस देश को संपन्नता के रास्ते पर ले गए।