कोपेनहेगन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडेरिक्सन ने आज राजनयिक स्तर की बातचीत की। उन्होंने हरित कार्यनीतिक भागीदारी की समीक्षा की। यह भागीदारी भारत और डेनमार्क के बीच इस तरह की पहली व्यवस्था है। पीएम मोदी तीन यूरोपीय देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में आज डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुंचे। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडेरिक्सन ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उनकी इस यात्रा से भारत और डेनमार्क के बीच सम्बन्ध मजबूत होंगे। बाद में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और डेनमार्क के मूल्य एक समान है। दोनों देशों में लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कानून का शासन जैसी समानताएं उन्हें मजबूती प्रदान करती हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में विभिन्न क्षेत्रों में डेनमार्क की दो सौ से अधिक कम्पनियां कार्यरत हैं। ये कम्पनियां भारत में बढी कारोबार सुगमता और आर्थिक सुधारों का लाभ उठा रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डेनमार्क की कम्पनियों, भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में डेनमार्क के पेंशन फंड और हरित उद्योगों के लिए भारत में निवेश के कई अवसर उपलब्ध हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडेरिक्सन के साथ भारत-यूरोपीय संघ संबंधों, हिन्द-प्रशांत क्षेत्र तथा यूक्रेन सहित कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत-यूरोपीय संघ, मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत जल्द पूरी हो जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि बातचीत के दौरान उन्होंने स्वतंत्र, खुला, समावेशी और नियम आधारित हिन्द-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने यूक्रेन में तुंरत संघर्ष विराम और समस्या के समाधान के लिए बातचीत का रास्ता अपनाने का आह्वान किया।
दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें जल संसाधन क्षेत्र में सहयोग और उत्कृष्टता केन्द्र तथा भारत में स्मार्ट प्रयोगशालाओं से सम्बन्धित आशय पत्र शामिल हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने, सुश्री मेटे फ्रेडेरिक्सन से राजनयिक स्तर की बातचीत से पहले उनके सरकारी आवास पर उनसे मुलाकात की।
पीएम मोदी भारत-डेनमार्क व्यापार मंच की बैठक में भाग लेंगे और प्रवासी भारतीयों को भी संबोधित करेंगे। वे महारानी मारग्रेट द्वितीय से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की डेनमार्क यात्रा से दोनों देशों को कौशल विकास, जहाजरानी और कृषि प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में भागीदारी के नए अवसर तलाशने का मौका मिलेगा।
प्रधानमंत्री कल डेनमार्क, आइसलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ, दूसरे भारत- नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इसमें, महामारी के बाद आर्थिक बहाली, जलवायु परिवर्तन, नवाचार, प्रोदयोगिकी, अक्षय ऊर्जा, वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य और उत्तर ध्रुवीय क्षेत्र में भारत-नॉर्डिक देशों के बीच सहयोग पर प्रमुखता से चर्चा की जाएगी। नॉर्डिक देश संधारणीयता, अक्षय ऊर्जा, डिजिटीकरण और नवाचार में भारत के महत्वपूर्ण भागीदार हैं। प्रधानमंत्री की इस यात्रा से नॉर्डिक क्षेत्र के साथ, भारत के बहुआयामी सहयोग का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
यात्रा के अंतिम चरण में पीएम मोदी कुछ समय के लिए फांस की राजधानी पेरिस में रूकेंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे। फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के बाद पीएम मोदी की वहां की यात्रा से दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने भारत-डेनमार्क व्यापार मंच की बैठक में भाग लिया। विशेषकर स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु के अनुकूल प्रौद्योगिकियों के बारे में डेनमार्क के कौशल और भारत के परिमाण के समावेशन से कार्य करने के बारे में उपयोगी बातचीत की गई। इसके बाद दोनों नेताओं ने भारतीय समुदाय से मुलाकात की।