सेन फ्रांसिस्को: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यात्रा प्रतिबंध को कड़े परीक्षण का सामना करना पड़ा है क्योंकि अपीली अदालत में न्यायाधीशों के एक पैनल ने सरकार की इन दलीलों को खोखला बताया कि प्रतिबंध के पीछे की वजह आतंकवाद के कारण उपजा डर है। इसके साथ ही उन्होंने उस अटॉर्नी से भी तीखे सवाल पूछे, जिसका दावा था कि यह प्रतिबंध मुस्लिमों को असंवैधानिक तौर पर निशाना बनाता है। यह सुनवाई कल सेन फ्रांसिस्को के नाइन्थ सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में तीन न्यायाधीशों के समक्ष हुई। इस सुनवाई के केंद्र में यह बात थी कि प्रतिबंध को चुनौती दिए जाने की इस स्थिति में निचली अदालत द्वारा शासकीय आदेश पर लगाई गई अस्थायी रोक को जारी रखा जा सकता है या नहीं। लेकिन यहां न्यायाधीश शासकीय आदेश से जुड़े व्यापक संवैधानिक सवालों की ओर चले गए। ट्रंप के आदेश ने उन मुस्लिम बहुल सात देशों के लिए अमेरिका के शरणार्थी कार्यक्रम और आव्रजन को निलंबित कर दिया है, जिनके चलते आतंकवाद संबंधी चिंताएं पैदा हुई है।