बर्लिन: इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह के बर्लिन क्रिसमस बाजार में हुए घातक ट्रक हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद जर्मनी पुलिस ने ट्रक चालक की तालाश तेज कर दी है। एकमात्र संदिग्ध पाकिस्तान के 23 वर्षीय शरणार्थी को कल रात सबूतों के आभाव के चलते छोड़ दिया गया था लेकिन अब इस बात को लेकर चिंता ओर बढ़ गई है कि हत्यारा कौन है और साथ ही यह भी कि वह अब तक फरार है। गृहमंत्री थोमस दी माजिए ने जर्मनी के प्रसारक जेडडीएफ से कहा, ‘ हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि आरोपी अब भी फरार है। ’ सोमवार को पोलैंड नंबर प्लेट वाले ट्रक के कैसर विलहेम मेमोरियल गिरजाघर के सामने एक पारंपरिक क्रिसमस बाजार में घुस जाने से 12 लोगों की मौत हो गई थी। इस ट्रक पर इस्पात के गार्टर लदे हुए थे। माजिए के अनुसार अन्य 24 घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जिनमें से 14 की हालत गंभीर है। इस घटना ने बीते 14 जुलाई को फ्रांस के शहर नीस में हुई इसी तरह की एक और वारदात की याद ताजा कर दी। वहां एक ट्यूनीशियाई इस्लामिस्ट ने भीड़ पर ट्रक चढ़ा दिया था जिसमें 86 लोगों की मौत हो गई थी। आईएस से जुड़ी अमाक समाचार एजेंसी ने कहा, ‘ इस्लामिक स्टेट के एक सिपाही ’ ने ‘गठबंधन देशों को निशाना बनाने की अपील के तहत कार्रवाई करते हुए’ बर्लिन हमले को अंजाम दिया है।
इस दावे की पुष्टि करने के लिए कोई सबूत मौजूद नहीं है और न ही अभी हमलावर की पहचान हो पाई है। जर्मनी आईएस के खिलाफ इराक और सीरिया में लड़ाई लड़ रहे अमेरिका नीत गठबंधन का हिस्सा है। दी माजिए ने कहा कि घटना की कई तरह से जांच की जा रही है लेकिन ‘ हमें सुरक्षा सेवओं को अपना काम करने देना चाहिए। ’ सरकारी टेलीविजन एआरडी को उन्होंने कहा, ‘ हमलावर या हमलावरों के पकड़े जाने तक कोई शांति से नहीं बैठेगा।