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इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज उम्मीद जताई कि पाकिस्तान और भारत के बीच व्यापक द्विपक्षीय वार्ता प्रक्रिया आने वाले दिनों में आगे बढ़ेगी। उन्होंने रेखांकित किया कि कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों पर ‘मतभेदों’ का सिर्फ बातचीत के जरिए ही समाधान हो सकता है। ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ के मौके पर शरीफ ने मुजफ्फराबाद में पाक अधिकृत कश्मीर की असेंबली के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद सहित हर मामले में भारत से सहयोग को तैयार है। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित है। आतंकवाद का खात्मा पाकिस्तान से ज्यादा कौन चाहता है?’ उन्होंने कहा, ‘दोनों देशों के बीच मतभेद अस्पष्ट नहीं हैं।

असामान्य बात यह है कि 6.7 दशकों से हम उन मतभेदों को दूर करने में कामयाब नहीं हो सके हैं।’ शरीफ ने कहा कि भारत के साथ कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों का हल बातचीत में ही निहित है। उन्होंने कहा, ‘मैं इसे भारतीय नेतृत्व के समक्ष लाया हूं और दोहराना चाहूंगा कि हमारी समस्याओं का समाधान बातचीत में है। हम जब तक साथ नहीं बैठेंगे और इन मुद्दों के बारे में बातचीत नहीं करेंगे, उनका हल नहीं होगा।’ उन्होंने उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान और भारत के बीच व्यापक द्विपक्षीय वार्ता प्रक्रिया आने वाले दिनों में आगे बढ़ेगी। व्यापक द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होने के फैसले के बाद दोनों देशों के संबंधों में हाल में काफी उतार चढ़ाव देखे गए हैं। भारत-पाक विदेश सचिव स्तरीय वार्ता 15 जनवरी को निर्धारित थी लेकिन वायुसेना के पठानकोट स्थित अड्डे पर आतंकवादी हमले के कारण यह टल गयी। भारत ने इस हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद पर दोषारोपण किया है और आतंकवादी संगठन तथा उसके प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता रहा है। शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान पूरे दक्षिण एशिया में शांति चाहता है और कश्मीर इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। रेडियो पाकिस्तान ने उनके हवाले से कहा, ‘पाकिस्तान ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से एक नया नजरिया देने का प्रयास किया है। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा इन प्रयासों का हिस्सा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस गलियारे से पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) और गिलगिट-बाल्टिस्तान को फायदा होगा। पीओके में विकास परियोजनाओं के लिए 25 करोड़ रूपए की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कई पनबिजली परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं और इस्लामाबाद से मुजफ्फराबाद के बीच रेल लाइन के लिए प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा, ‘हम इस्लामाबाद से मुजफ्फराबाद के बीच रेलवे लाइन और मीरपुर से मुजफ्फराबाद के बीच एक राजमार्ग बनाना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि मीरपुर से मुजफ्फराबाद के बीच एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए परियोजना भी विचाराधीन है। इस मौके पर पीओके के प्रधानमंत्री चौधरी अब्दुल मजीद ने ‘संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर स्पष्ट रूख व्यक्त करने के लिए’ शरीफ की सराहना की। कश्मीर के लोगों को समर्थन के तौर पर हर साल पांच फरवरी को पाकिस्तान और पीओके में ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’’ मनाया जाता है। इस दिन सेमिनारों, प्रदर्शनों, विभिन्न दलों और समूहों के भाषण होते हैं। पाकिस्तान में यह दिन राष्ट्रीय अवकाश का होता है।

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