गुवाहाटी: महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच शिवसेना के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे का बयान आया है। जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वो पार्टी को नहीं छोड़ने वाले हैं। एकनाथ शिंदे ने कहा कि वे बाला साहेब ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे समेत 22 विधायक सूरत से असम पहुंच गए हैं। गुवाहाटी एयरपोर्ट से निकलते समय एकनाथ शिंदे ने कहा है कि उन्होंने शिवसेना छोड़ी नहीं है, बालासाहेब का हिंदुत्व आगे बढ़ाएंगे। जबकि एक विधायक अब्दुल सत्तार ने मजाकिया लहजे में कहा बिरयानी खाने आए हैं।
एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके पास निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है और कुल मिलाकर 46 विधायक उनके साथ हैं। जबकि राज्यपाल से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो आगे की रणनीति है, अभी नहीं कह सकते। वहीं आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कैबिनेट की बैठक करने वाले हैं।
बता दें कि मंगलवार को देर शाम शिवसेना के दो नेता सूरत में शिंदे से मिले थे और उन्हें मनाने की कोशिश की गई थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं के साथ मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे ने मिलिंद नारवेकर के फोन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। ये बातचीत करीब 10 मिनट तक हुई थी। इस दौरान उद्धव की पत्नि रश्मि ठाकरे से भी शिंदे की बातचीत हुई थी।
शिंदे ने कहा कि वो पार्टी की भलाई के लिए ये कदम उठा रहे हैं। अब तक उन्होंने कोई फैसला नहीं लिया है और न ही किसी दस्तावेज़ पर दस्तखत किए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने शिंदे से विचार कर वापस आने के लिए कहा है। फिलहाल इस बातचीत से कोई हल नहीं निकला।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, राज्य से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार शाम को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाने की संभावना तलाश रही है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, 'सत्ता के आसानी से हस्तांतरण हमारी प्राथमिकता है।'