गुवाहाटी: असम लोक सेवा आयोग के सदस्य समद उर रहमान को संगठन में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों में गुवाहाटी के पास रंगिया से आज गिरफ्तार किया गया जबकि राज्य सरकार ने जांच की निगरानी करने के लिए एक विशेष निगरानी दल :एसएसटी: का गठन किया है। राज्य सरकार ने सात नवंबर को असम लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष राकेश कुमार पॉल द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार को लेकर चल रही जांच की निगरानी करने के लिए एसएसटी का गठन किया था। पुलिस ने बताया कि रहमान को ‘भगोड़ा’ घोषित किया गया था। उन्हें कल रात एक बजे रंगिया में उनके घर से गिरफ्तार किया गया और पूछताछ के लिए गुवाहाटी लाया गया। पुलिस ने कहा कि पड़ोसी बक्सा जिले की पुलिस ने सूचना के आधार पर रंगिया में रहमान के घर को घेर लिया था। वह कथित तौर पर बक्सा जिले में छुपे हुए थे। उन्होंने गुवाहाटी पुलिस और डिब्रुगढ़ की विशेष जांच पुलिस को को सूचित किया जिसने पहले चार नवंबर को एपीएससी के अध्यक्ष राकेश कुमार पॉल को गिरफ्तार किया था। सूत्रों ने कहा कि रहमान को गुवाहाटी लाया गया है और उन्हें काहिलिपाडा में चौथी असम पुलिस बटालियन (एपीबीएन) में रखा गया है। वहां राकेश से भी पूछताछ की जा रही है। रहमान का नाम तब सामने आया था जब नकद के लिए बदले नौकरी कांड में उनके निजी सुरक्षा अधिकारी माबूद अली चौधरी को गिरफ्तार किया गया था।
चौधरी को डिब्रुगढ़ के टाउन प्लानिंग इंजीनियर नाबा कांत पाटिर के बयान के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। डिब्रुगढ़ जिले के जांच अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पानेशर के मुताबिक, 27 अक्तूबर को पाटिर को एक महिला दंत सर्जन की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था। उसने आरोप लगाया था कि पटिर ने 10 लाख रूपये की रिश्वत के बदले एपीएससी के जरिए उसे नौकरी दिलाने का वायदा किया था।