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भुवनेश्वर: यूपी में बड़ी जीत के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए नया लक्ष्य तय किया। उन्होंने कहा कि अभी भाजपा का स्वर्णिम काल आना बाकी है, और यह तभी संभव होगा जब पश्चिम बंगाल, केरल और ओडिशा में पार्टी जीतेगी।: भुवनेश्वर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का उद्घाटन करते हुए शाह ने कार्यकर्ताओं से आलस्य छोड़ इस लक्ष्य के लिए सभी स्तर पर कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अभी केवल 13 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं। जब हर राज्य में भाजपा की सत्ता होगी तो वह पार्टी का ही नहीं, इस देश का भी स्वर्णिम युग होगा। शाह ने कहा कि वह खुद सितंबर तक 95 दिन देशभर में प्रवास करेंगे और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकारिणी सदस्य और सरकार के मंत्री भी 15 दिन का समय संगठन को दें और बूथों तक जाकर जनता और कार्यकर्ताओं से मिलें। शाह खुद इन 15 दिनों में केरल, अंडमान, गुजरात समेत पांच राज्यों में तीन-तीन दिन का समय देंगे। शाह ने यूपी और उत्तराखंड की जीत का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि पहले कहा जाता था कि जहां क्षेत्रीय दल हैं, वहां भाजपा पिछड़ जाती है, लेकिन यूपी ने वह मिथक तोड़ दिया है। अब दो तिहाई भी नहीं तीन चौथाई की बात हो रही है। शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि वे आजादी के बाद देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुएपार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भाजपा का नाया नारा दिया। उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत से आगे बढ़ते हुए विरोधी मुक्त भारत का आह्वान किया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि चुनाव में हार के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को जिम्मेदार ठहराना चुनाव आयोग के अनादर की तरह है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भुवनेश्वर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दौरान संवाददाताओं से कहा कि शाह ने कहा है कि लोगों के साथ अपने असाधारण जुड़ाव के चलते नरेंद्र मोदी आज के समय में सबसे लोकप्रिय नेता हैं। शाह ने कहा, चुनाव में हार के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को जिम्मेदार ठहराना चुनाव आयोग के अनादर की तरह है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एक रोडशो किया जिस दौरान वह कई स्थान पर सुरक्षा घेरा तोड़कर आम जनता से मिले। मोदी यहां भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी में हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचे थे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जबर्दस्त जीत दर्ज की है, साथ ही गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने में सफल रही है। ओडिशा के भुवनेश्वर में 15 और 16 अप्रैल को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। पिछले महीने उड़ीसा के स्थानीय निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा ने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का फैसला किया है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए अभी से तैयारी शुरू की जानी चाहिये। पार्टी ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान दे रही है। ओडिशा में साल 2000 से बीजद प्रमुख और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में सरकार है और भाजपा को लगता है कि ओडिशा में सरकार विरोधी रुख का उसे लाभ मिल सकता है क्योंकि कांग्रेस वहां कमजोर हुई है। प्रधानमंत्री मोदी के यहां आगमन पर शानदार स्वागत की तैयारी की गई है और हवाई अड्डे से राजभवन तक कई स्थानों पर उनके स्वागत की योजना बनाई गई है।

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