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मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर में जन आक्रोश रैली में राकेश टिकैत के साथ धक्का मुक्की और पगड़ी गिराने के मामले में आज सिसौली में पंचायत हुई। इस दौरान भारी संख्या में भाकियू कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल हुए। राकेश टिकैत प्रकरण में सिसौली की पंचायत में विभिन्न जिलों से ट्रैक्टर-टॉलियां लेकर कार्यकर्ता पहुंचे हैं। उधर मुजफ्फरनगर के भाकियू जिलाध्यक्ष की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं पंचायत में मंच पर राकेश टिकैत को भारी भरकम पगड़ी बांधी गई और उनकी सुरक्षा की मांग भी उठाई गई।

भाकियू की इस पंचायत में सपा की युवा सांसद इकरा हसन भी पहुंची। सपा सांसद ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत पर हमला करने वाले भी आतंकवादियों से कम नहीं हैं। कल की घटना बेहद निंदनीय है। इस देश में हर व्यक्ति आतंकवाद के खिलाफ है। पहलगाम में जो हुआ हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं और आतंकियों पर लानत भेजते हैं लेकिन आक्रोश रैली में कोई जाता है तो समर्थन करने जाता है। राकेश टिकैत ने अपने लिए काम नहीं किया बल्कि दूसरों के हक की लड़ाई लड़ी। वह हर जगह सबसे पहले पहुंचते हैं।

मेरठ: उत्तर प्रदेश स्थित मुजफ्फरनगर में महापंचायत की तैयारियां जारी है। एक ओर जहां भारतीय किसान यूनियन अपनी तैयारियों में लगा हुआ है तो दूसरी ओर पुलिस भी चप्पे-चप्पे पर तैनात है।

इस बीच मेरठ के किसानों का काफिल मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गया है। किसानों एलान किया है कि धरती लाल कर देंगे। अगर टिकैत ने जान देने का आदेश दिया तो जान दे देंगे और जान लेने का आदेश हुआ तो जान ले लेंगे।

किसानों ने कहा कि पगड़ी के मान सम्मान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं है। जान ले भी लेंगे और दे भी देंगे। इस बार लड़ाई आर पार की होगी, नतीजा कुछ भी हो हटेंगे नहीं।

दावा किया कि सरकार की साजिश है किसान आंदोलन को कमजोर करना चाहती है और हम सरकार से टकराने को तैयार हैं। सरकार इतनी मजबूत है तो पाकिस्तान पर हमला करे। हम चंदा करके धन भी देने को तैयार हैं।

बता दें मेरठ सहित पश्चिम के कई जिलों से किसान मुजफ्फरनगर कूच कर रहें हैं। दूसरी ओर मुजफ्फरनगर में भाकियू की इमरजेंसी महापंचायत के बीच सिटी के जीआईसी मैदान में भारी भीड़ जुटने की आशंका है।

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के साथ धक्का-मुक्की और उनकी पगड़ी उछालने का मामला गरमा गया है। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता गुस्से में हैं। इस मामले को लेकर आज मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में किसानों की एक बड़ी पंचायत बुलाई गई है। पंचायत में आगे की रणनीति तय की जाएगी। पंचायत में बड़ी संख्या में किसान नेताओं के जुटने की संभावना है। पंचायत को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

यह पूरा मामला शुक्रवार का है। राकेश टिकैत पहलगाम में हुए आंतकी हमले के विरोध में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुजफ्फरनगर के टाउन हॉल पहुंचे थे। जैसे ही राकेश टिकैत यहां पहुंचे उनका जोरदार विरोध शुरू हो गया। कुछ लोगों ने राकेश टिकैत के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और मंच से झंडे लहराते हुए उनका विरोध किया। इस दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की की गई और उनकी पकड़ी उछाल दी गई। इस घटना के बाद राकेश टिकैत भड़क गए।

लखनऊ: एनडीए की सहयोगी अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केंद्र सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने देश में जातीय जनगणना कराए जाने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लंबे समय से इसकी मांग कर रही थी। जातीय जनगणना की मांग पूरी होने के बाद अब उन्होंने मोदी सरकार के सामने एक नई मांग रख दी है। अनुप्रिया पटेल ओबीसी मंत्रालय का मुद्दा उठाया और कहा कि हमारी पार्टी ने कई बार इसे लेकर आवाज बुलंद की है। उम्मीद है कि जल्द ही उनकी इस मांग को भी मान लिया जाएगा।

अपना दल सोनेलाल ने शुक्रवार को पार्टी संगठन की समीक्षा बैठक की। लखनऊ में हुई इस बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार के जातीय जनगणना के फैसले का स्वागत किया और विरोधियों पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों में इसका श्रेय लेने की होड़ मच गई है। लेकिन जब खुद समाजवादी पार्टी, केंद्र में कांग्रेस की सरकार के साथ थी तब जातीय जनगणना नहीं कराई गई। जातीय जनगणना के बाद सरकार की नीतियों को और ज्यादा प्रभावी ढंग से बनाया जा सकेगा।

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