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लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को यमुना नदी में दिल्ली सरकार के मंत्रियों के साथ नहाने की चुनौती देने के एक दिन बाद शुक्रवार को उन पर तंज किया है। समाजवादी पार्टी प्रमुख ने ‘एक्स’ पर बिना किसी का नाम लिए एक पोस्ट में कहा, “दूसरों को चुनौती देनेवाले अपने प्रदेश में मथुरा से गुजरती यमुना जी में आचमन करके दिखा दें।”

अखिलेश यादव की इस टिप्पणी को योगी आदित्यनाथ पर इसलिए तंज माना गया क्योंकि दिल्ली की एक चुनावी जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने केजरीवाल को सीधी चुनौती दी थी, “ मैंने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ कुंभ में स्नान किया क्या आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों के साथ यमुना में नहा सकते हैं।”

यमुना नदी को गंदे नाले में तब्दील करने का आरोप लगाते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा था, "अगर उनमें कोई नैतिक साहस है तो उन्हें जवाब देना चाहिए।"

लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर की गई टिप्पणी के बाद सियासत गर्मा गई है। निषाद संविधान यात्रा को लेकर बहराइच पहुंचे यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि महंत राजू दास की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर की गई टिप्पणी गलत है।

मुलायम सिंह पिछड़ों की आवाज और सम्मानित नेता थे: निषाद

उन्होंने कहा, "जिस महापुरुष को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया हो, उसके बारे में इस तरह की अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल को जायज नहीं ठहराया जा सकता। वह पिछड़ों की आवाज रहे हैं और देश के सम्मानित नेता रहे हैं। हम लोग उनके संघर्षों के साथी रहे हैं। आज हमारी जो पहचान बनी है, उसमें मुलायम सिंह यादव का भी योगदान रहा है। मेरा मानना है कि इस तरह की बयानबाजी ठीक नहीं है।"

उन्होंने आगे कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अगर जीत का परचम लहराना है तो मछुआरा समाज को साथ लेना होगा। मछुआरा समुदाय की आवाज को सुनना होगा, अन्यथा आगामी चुनाव में परिणाम सार्थक नहीं होंगे।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के उस आदेश पर रोक बढ़ा दी, जिसमें मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद परिसर का न्यायालय की निगरानी में सर्वेक्षण करने की अनुमति दी गई थी। यह परिसर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के पास स्थित है, जो हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व का स्थल है।

अगली तारीख 1 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में होगी सूचीबद्ध 

मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति के वी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि वह मस्जिद परिसर के न्यायालय की निगरानी में किए गए सर्वेक्षण के खिलाफ ‘ट्रस्ट शाही मस्जिद ईदगाह प्रबंधन समिति’ की याचिका पर सुनवाई एक अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में स्थगित कर देगी।

सीजेआई ने कहा कि शीर्ष अदालत में अभी तीन मुद्दे लंबित हैं और वे हैं एक अंतर-न्यायालय अपील का मुद्दा (हिंदू वादियों द्वारा दायर मुकदमों के एकीकरण के खिलाफ), दूसरा अधिनियम (पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 को चुनौती) स्वयं है। 1 अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह में सूचीबद्ध करें।

प्रयागराज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को यहां कैबिनेट बैठक के लिए करीब चार घंटे महाकुभ मेला क्षेत्र में रहे, लेकिन अक्षयवट और हनुमान मंदिर के दर्शन-पूजन के लिए नहीं गए। इसका कारण वीआईपी मूवमेंट से श्रद्धालुओं को होने वाली संभावित दिक्कत से बचाना बताया गया।

वहीं, बैठक को लेकर मेला और स्थानीय पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी हाईअलर्ट मोड में हैं। देर रात तक इसकी तैयारियां भी चलती रहीं। बैठक के बाद डेढ़ से दो बजे के बीच सीएम योगी मंत्रिमंडल के साथ संगम स्नान करेंगे। कुंभ-2019 में मंत्रियों के साथ स्नान के बाद सीएम योगी ने अक्षयवट व हनुमान मंदिर में दर्शन- पूजन किया था।

अधिकांश मंत्री और 100 से अधिक आला-अफसर देर रात तक पहुंचे 

योगी कैबिनेट के 54 में से अधिकांश मंत्री और 100 से अधिक आला-अफसर मंगलवार देर रात तक यहां पहुंच गए। त्रिवेणी संकुल में उनके ठहराने आदि की व्यवस्थाएं चलती रहीं। सीएम के संगम जेटी तक जाकर स्नान करने के कारण इसे भी सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है।

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