लखनऊ: बलिया के दुर्जनपुर गांव में कोटा आवंटन के गोली चलाने वाले आरोपी धीरेन्द्र सिंह के पक्ष आए विधायक सुरेन्द्र सिंह से भाजपा शीर्ष नेतृत्व नाराज है। बताया जा रहा कि उन्हें लखनऊ बुलाया गया है। विधायक से पूरे मामले पर सवाल जवाब किया जा सकता है। दरअसल, भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने आरोपी धीरेन्द्र सिंह का खुलकर पक्ष लेते हुए अपनी ही सरकार की पुलिस पर प्रश्न खड़ा कर दिया। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए पूरे प्रकरण की जांच सीबीसीआईडी को सौंपने की मांग की है।
शनिवार सुबह भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह आरोपी धीरेन्द्र सिंह के परिवार की महिलाओं और बच्चों को लेकर थाना पहुंच गए। विधायक का कहना था कि धीरेन्द्र के परिवार के लोग भी चोटिल हुए हैं इसलिए उनका भी एफआईआर लिखा जाए लेकिन पुलिस ने केस से पहले मेडिकल की बात कही तब विधायक पूरे परिवार के साथ सीएचसी गए लेकिन कोई डाक्टर नहीं मिला। सीएचसी पर डाक्टर की अनुपस्थिति के कारण विधायक आरोपी परिवार के साथ जिला अस्पताल पहुंच गए। सूचना मिलने पर बलिया के एसपी भी जिला अस्पताल गए हैं।
आपको बता दें कि बलिया जिले के रेवती क्षेत्र के ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की दो दुकानों के आवंटन के लिये गुरुवार दोपहर में पंचायत भवन में खुली बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। बैठक के दौरान दुर्जनपुर की दुकान पर सहमति नहीं बनी। बाद में वोटिंग कराने का निर्णय हुआ तो हंगामा शुरू हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हंगामा होते ही अधिकारियों ने बैठक स्थगित कर दी और जाने लगे। हालांकि इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। बैठक स्थगित होने के बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। मारपीट के दौरान एक पक्ष के पूर्व फौजी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गोली चला दी जिससे दूसरे पक्ष के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल (46)निवासी दुर्जनपुर घायल हो गए। बताया जा रहा है कि जयप्रकाश को चार गोली लगी थी।