ताज़ा खबरें
जो व्यक्ति इतिहास में रहता है वो वर्तमान का क्या करेगा निर्माण:खड़गे
महाकुंभ क्षेत्र में फ‍िर लगी आग, दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया

मेरठ: मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने बुधवार को मेरठ में खरखौदा के गेहूं खरीद केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने खुद बोरियों से गेहूं निकालकर देखा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही यह हिदायत भी दी कि किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार योगी मेरठ आये हैं। मुख्यमंत्री योगी ने किसानों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया और पूछा- कैसे हो। किसानों ने भी पूरे उत्साह से उनका जवाब दिया और बोले, मजे में हैं। बेहद सहज और सरल नज़र आ रहे मुख्यमंत्री योगी सीधे क्रय केंद्र पर पहुंचे और वहां मौजूद किसानों से बात करने लगे। शायद पहली बार किसी मुख्यमंत्री को अपने बीच इस तरह से पाकर खरखौदा के लोग अभिभूत दिखाई पड़े। इससे पहले हेलीकॉप्टर से खरखौदा पहुंचे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर पार्टी के सांसद, विधायकों और पूर्व विधायकों ने उनका स्वागत किया। खास बात यह कि वीर बहादुर सिंह के बाद योगी पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो खरखौदा पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री योगी से मिलने जा रहे ट्रांसपोर्ट नगर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण चिन्योटी को रास्ते मे खरखौदा पुलिस ने गिरफ्तार करके हवालात में बंद कर दिया। खरखौदा के क्षेत्रीय सहकारी समिति लिमिटेड के कैंपस में बने गेहूं खरीद केंद्र पर निरीक्षण को पहुंचे आदित्यनाथ योगी के स्वागत को जुटे हजारों लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था।

हाथों में योगी के पोस्टर लिए लोगों ने योगी के काफिले को चारो ओर से घेर रखा था और योगी-योगी के नारे लगा रहे थे। केंद्र पर पहुंचे किसानों का कहना है कि अपने जीवन में पहली बार उन्होंने इस तरह की व्यवस्था किसी गेहूं खरीद केंद्र पर देखी है। यहां गेहूं की ग्रेडिंग के लिए छलिया लगाई गई है। तिरपाल कायदे से बिछाया गया है और पूरा कैंपस चकाचक है। बता दें कि योगी का ये औचक निरिक्षण नहीं था। सवेरे-सवेरे सड़क पर निकले लोगों को आज अपना ही मेरठ बदला-बदला सा नजर आया। गणतंत्र दिवस और 15 अगस्त जैसे खास दिनों जैसी सजावट, सड़कों पर रंगोली, चूने की लाइनें एक अलग ही अहसास करा रही थीं। सड़क पर हर दो कदम पर मुस्तैद पुलिस के जवान एक पल को भी कहीं ट्रैफिक नहीं रुकने दे रहे थे। शहर के चौराहे भी सजे-संवरे नजर आए। जानकारों ने बताया कि कर्मचारियों ने देर रात तक काम किया और फिर सवेरे चार बजे से ही से सफाई शुरू हो गई।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख