लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने एक दिन पहले ही समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के नाम से नई पार्टी बनाने का ऐलान किया था। लेकिन मुलायम सिंह यादव के एक बयान से शिवपाल यादव का खेल बिगड़ना शुरू हो गया है। मुलायम ने कहा है कि शिवपाल की पार्टी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक साक्षात्कार में मुलायम ने कहा, "मैं शिवपाल से पिछले एक हफ्ते से नहीं मिला हूं, उसने मुझसे इस बारे में कोई बात नहीं की है, मैं उससे बात करूंगा।' मुलायम ने आगे कहा, 'मैं शिवपाल से बात करूंगा और उसको मना लूंगा।' मुलायम ने समाजवादी पार्टी के टूटने की बात को भी खारिज कर दिया और कहा, ‘परिवार या फिर पार्टी में कोई भी अलग होने के बारे में नहीं सोच रहा है। पार्टी के टूटने या फिर अलग होने से किसको क्या मिलेगा।' इससे पहले, कल सपा में हाशिए पर चल रहे शिवपाल यादव ने अलग पार्टी बनाने का ऐलान किया था। उन्होंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी दावा किया था कि सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अध्यक्ष होंगे. इतना ही नहीं शिवपाल यादव ने पार्टी के गठन को मुलायम सिंह की प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए कहा था कि नेताजी के सम्मान की खातिर नई पार्टी का गठन किया जा रहा है। यूपी चुनावों के पहले से शुरू हुआ सपा संग्राम चुनाव बाद भी जारी है। सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव गुट और अखिलेश गुट लगातार एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
पिछले दिनों शिवपाल यादव ने अखिलेश के करीबी रामगोपाल पर हमला बोलते हुए उन्हें शकुनि तक कह डाला। शिवपाल ने अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मुलायम सिंह को देने की मांग की थी. इस पर भड़क कर रामगोपाल ने जवाब दिया कि शिवपाल यादव बेकार की बातें करते हैं। उन्होंने पार्टी का संविधान नहीं पढ़ा है। पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है। शिवपाल तो अभी सदस्य तक भी नहीं बने हैं।