लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने 15 दिन में 42 लाख सदस्य बना लिए हैं। इसमें साढ़े छह लाख सदस्य तो आनलाइन और मिस्डकाल के जरिए बने हैं। पार्टी ने दूसरे राज्यों में भी सदस्यता अभियान तेज कर दिया है। पार्टी का यह अभियान 15 जून तक चलेगा। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत ग्रामसभा, न्याय पंचायत, विकासखण्ड एवं वार्ड स्तर पर सदस्यता शिविरों का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि कॉलेजों, विश्वविद्यालयों में भी युवाओं से संपर्क किया है। पार्टी का सदस्यता शुल्क मात्र 20 रूपये है जबकि सक्रिय सदस्य होने के लिए 25 अन्य सदस्यों को भी जोड़ना होगा। पार्टी के सक्रिय सदस्य ही संगठन में पदाधिकारी बन सकेंगे। उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सदस्यता भर्ती अभियान की प्रगति की जानकारी लगातार स्वयं लेते है। समाजवादी पार्टी का सदस्यता अभियान उत्तराखण्ड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, दिल्ली, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में चलाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रभारी नियुक्त कर दिए है। पार्टी मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि उत्तराखण्ड में 22 अप्रैल 2017 को सदस्यता अभियान का शुभारम्भ देहरादून से किया था। पिछली बार अभियान 1 जुलाई 2014 से 30 सितम्बर 2014 तक चला था जिसमें 1,44,000 सक्रिय सदस्य और 75 लाख प्रारम्भिक सदस्य बने थे। इन सबकी अवधि 30 जून 2017 को समाप्त हो रही है।
पार्टी में पहले सदस्यता अवधि 3 वर्ष थी जिसे अब संविधान में संशोधन के बाद 5 वर्ष के लिए कर दिया गया है। पदाधिकारियों का कार्यकाल भी 5 वर्ष होगा और उनका निर्वाचन होगा। राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पार्टी शांतिमय तथा लोकतांत्रिक तरीकों से विरोध प्रकट करने के अधिकार को मान्यता देती है। इसमें सत्याग्रह तथा शांतिपूर्ण विरोध शामिल है। चौधरी ने कहा कि धर्म पर आधारित राज्य में आस्था रखने वाले किसी भी संगठन का कोई भी सदस्य समाजवादी पार्टी का सदस्य नहीं हो सकेगा।