नोएडा: शहर की सेक्टर-11 स्थित सीएफएल और एलईडी बल्ब बनाने वाली एक कंपनी में बुधवार दोपहर 12:45 बजे भीषण आग लगने से छह लोग जिंदा जल गए। देर रात तक शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। दमकल की 18 गाड़ियां और दो हाईड्रोलिक प्लेटफार्म से छह घंटे में आग पर थोड़ा काबू तो पाया पर रात नौ बजे तक आग जोर पकड़ ले रही थी। इस दौरान चार मंजिला इमारत में लापता हुए लोगों की तलाश की जाती रही। जिलाधिकारी ने हादसे की जांच के लिए एक समिति बनाई है जो 15 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।सेक्टर-11 के एफ-55 में एलईडी और सीएफएल बल्ब बनाने की एक्सेल ग्रीनटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। कंपनी में संजाय दास, राजेश पॉट्टी तथा महबूब अख्तर निदेशक हैं। बुधवार दोपहर 12:45 बजे भोजनावकाश के समय कंपनी की तीसरी मंजिल पर आग लग गई। चंद मिनटों में ही फॉल सीलिंग से आग तेजी से पूरे फ्लोर पर फैल गई। आग लगने के समय कंपनी के करीब 15 लोग लंच के लिए बाहर निकले हुए थे। जैसे ही आग लगी कर्मचारियों ने नीचे की तरफ भागना शुरू कर दिया। इस दौरान लिफ्ट में चार लोग फंस गए। बड़ी मुश्किल से कर्मचारियों को लिफ्ट से बाहर निकाला गया। आग लगने पर चौथी मंजिल पर फंसे एक युवक ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया, लेकिन जैसे ही फॉल सीलिंग गिरी वह बाहर निकलकर भागा।
कर्मचारियों के उतारने के लिए लगाई गई रस्सी को पकड़ने के बजाय युवक ने छलांग लगा दी। इससे उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खाक हुई कंपनी के मलबे में देर शाम तक छह लोगों के शव मिले हैं। कंपनी के निदेशक संजाय दास भी घटना के समय से लापता हैं। माना जा रहा है कि बरामद हुए शव में एक शव उनका भी है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। देर रात तक पुलिस और दमकल कर्मचारी पूरी इमारत में किसी के फंसे होने की संभावना के साथ तलाश में जुटे हुए थे।