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देहरादून: उत्तराखंड में अगले 48 घंटे भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए सरकार ने सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है। सरकार ने नदियों और गदेरों के किनारे रहने वाले सभी लोगों को बारिश की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। चार धाम यात्रा बाधित हो गई है और केदारनाथ जा रहे सैकड़ों यात्री लांबगांव, कोटलगांव और चमियाला में फंस गए। आपदा कंट्रोल रूम ने रविवार को अलर्ट जारी कर राज्य के कुछ स्थानों पर भारी बारिश और कई स्थानों पर सामान्य बारिश होने की चेतावनी दी। आपदा राहत प्रबंधन सचिव अमित नेगी ने बताया कि कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना पर अलर्ट जारी किया है। टिहरी जिले की बालगंगा घाटी में शनिवार की बारिश और बादल फटने से भारी तबाही मची। इस आपदा में 13 गांवों के डेढ़ हजार से भी अधिक परिवार प्रभावित हुए। बारिश से 220 मकानों को नुकसान पहुंचा, जबकि सात सौ से अधिक लोग बेघर हो गए। बेघरों को तीन राहत शिविरों में ठहराया गया है। वहीं राज्यभर में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लापता बताए गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि आपदा ने डेढ़ हजार से अधिक परिवारों को नुकसान पहुंचाया है। वहीं प्रशासन ने बताया कि 300 लोगों को बीज गोदाम, 250 को बेलेश्वर सामुदायिक भवन और 150 को चिपको नेता सुंदर लाल बहुगुणा के पर्वतीय नवजीवन मंडल आश्रम में ठहराया गया है।

आपदा राहत प्रबंधन सचिव अमित नेगी के अनुसार स्थानीय प्रशासन को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं। घनसाली व चमियाला बाजार, सीताकोट, गिरगांव, कोठियाड़ा, सिल्यारा, अरधांगी, गनगर और श्रीकोट में सौ परिवार प्रभावित हुए। बड़ी संख्या में मवेशी मारे गए। राज्य आपदा सूचना केंद्र के अनुसार सबसे अधिक नुकसान कोठियाड़ा, सिल्यारा, गिरगांव, सरुणा, सीता कोट में हुआ।

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