दावणगेरे: हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री के पद से हटने वाले दिग्गज भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने पार्टी के नेताओं को अति आत्मविश्वास से बचने की नसीहत दी है। रविवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने पार्टी के अपने साथियों को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें विपक्ष को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्ष को कमजोर नहीं आंका जा सकता।
भाजपा की कोर कमिटी की मीटिंग में येदियुरप्पा ने कहा, 'आप सभी के लिए मेरा एक सुझाव है। आपमें से किसी को भी विपक्ष को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उनके अपने समीकरण और ताकत हैं।'
इसके साथ ही लिंगायत समुदाय के दिग्गज नेता ने कहा कि कांग्रेस के कुछ लोग भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं। 26 जुलाई को सीएम पद से हटने वाले येदियुरप्पा ने पार्टी नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा, 'आप लोगों को उन्हें तोड़फोड़ का कोई भी मौका दिए बिना आत्मविश्वास के साथ रहना होगा। अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 140 सीटों के साथ सत्ता में वापस लाने के लिए हमें गंभीरता के साथ प्रयास करने होंगे।'
इसके साथ ही उन्होंने पार्टी में ओबीसी और दलित समुदाय के नेताओं को भी एंट्री दिए जाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इन समुदायों के लोगों को एंट्री देने से ही पार्टी मजबूत हो सकेगी।
बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हमें बूथ लेवल पर 20 से 25 महिलाओं और युवा नेताओं को शामिल करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को केंद्र और प्रदेश सरकार की वेलफेयर स्कीमों को घर-घर तक पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा कि मैं जल्दी ही पार्टी को मजबूत करने के लिए पूरे राज्य में यात्रा निकालूंगा। उन्होंने कहा कि हमें हनागल और सिंदागी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में जीत हासिल करनी होगी। यदि हम ऐसा नहीं कर पाते हैं तो फिर यह पार्टी के लिए गलत संकेत होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी भी नेता को इन उपचुनावों को हल्के में लेने की गलती करने से बचना चाहिए।