बेंगलुरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा ने कहा कि पिछली सरकार के दौरान हुए फोन टैपिंग मामले को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता समेत कई नेताओं ने इस मामले की जांच कराए जाने की मांग की थी।
फोन टैपिंग मामला गरमाया
कर्नाटक में नई सरकार आने के बाद से लगातार फोन टैपिंग का मामला गरमाया हुआ है। अब बीजेपी नेता एस. प्रकाश ने एचडी कुमारस्वामी की पिछली सरकार पर फोन टैपिंग कराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के कई शीर्ष नेता भी इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं और उम्मीद है कि जांच जरूर की जाएगी। पिछले करीब पांच दिन से राज्य में फोन टैपिंग का मामला गरमाया हुआ है।
एएच विश्वनाथ ने भी फोन टैपिंग के लगाए आरोप
जेडीएस के पूर्व नेता एएच विश्वनाथ ने पूर्व की जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार पर 300 से ज्यादा नेताओं के फोन टैपिंग और जासूसी करने के आरोप लगाए थे। विश्वनाथ खुद पूर्व की कुमारस्वामी सरकार का हिस्सा रहे थे। हालांकि बगावत करने के बाद उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. विश्वनाथ जेडीएस के प्रदेश प्रमुख थे।
कुमारस्वामी ने फोन टैपिंग से किया इंकार
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी इन आरोपों को खारिज कर चुके हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- 'मैंने सबसे पहले कहा था कि मुख्यमंत्री का पद स्थायी नहीं होता। मुझे सत्ता में रहने के लिए फोन टैप कराने की कोई जरूरत नहीं थी। मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं।'
20 अगस्त को होगा कर्नाटक में मंत्रिमंडल विस्तार
येदियुरप्पा ने कहा कि 20 अगस्त को कर्नाटक में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई बीजेपी विधायक दल की बैठक नहीं होगी। गौरतलब है कि कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के बागी होकर पार्टी से इस्तीफा देने के फैसले के बाद पूर्ववर्ती एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाई थी। इसके बाद, बीजेपी कर्नाटक अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी गई।