ताज़ा खबरें
सिविल जज भर्ती के लिए न्यूनतम तीन साल की प्रैक्टिस का नियम बहाल
गुजरात के मंत्री का दूसरा बेटा भी मनरेगा घोटाला मामले में गिरफ्तार
अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी मिले शहीद का दर्जा: तेजस्वी यादव

तिरुवनंतपुरम: केरल में भीषण बाढ़ के बाद अब रैट फीवर या लेप्टोस्पायरोसिस जैसी बीमारी लोगों के लिए गंभीर समस्या बनती जा रही है। राज्य में रविवार को रैट फीवर से तीन और लोगों की मौत हो गई। चूहे से फैलने वाले इस बुखार से राज्य में अब तक मरने वालों की संख्या 15 तक पहुंच गई है। वहीं राज्य सरकार ने प्रदेश में लोगों से अतिरिक्त निगरानी बरतने के लिए अलर्ट जारी किया है । इस बुखार के रोगियों की संख्या में भी बढोतरी हुई है। बीते दो दिनों में जानवरों से इंसानों में फैलने वाले संक्रमण से आठ लोगों की मौत हो चुकी है।

अधिकारियों ने बताया कि लगभग 350 लोगों में रैट फीवर की शिकायत मिली है जिनका इलाज प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में किया जा रहा है। पिछले पांच दिनों में इनमें से 150 मामले सकारात्मक पाए गए हैं। रैट फीवर के अधिकतर मामले कोझीकोड और मलप्पुरम जिलों से आए हैं। स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि राज्य सरकार सभी आवश्यक और एहतियाती कदम उठा रही है और बाढ़ के पानी के संपर्क में आने वाले लोगों से अपील की है कि वह अतिरिक्त निगरानी रखें। इस बीमारी के फैलने का खतरा बाढ़ के दौरान सबसे अधिक होता है।

तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गुरुवार को कहा कि बाढ़ आपदा में 483 लोगों ने अपनी जान गंवाई और 14 लोग अभी भी लापता हैं। आपदा पर चर्चा के लिए बुलाए एक दिवसीय विशेष सत्र में बहस की शुरुआत करते हुए विजयन ने कहा कि बाढ़ की वजह से करीब 14.50 लाख लोग राहत शिविरों में रहे। राज्य में आई बाढ़ को सदी की सबसे भीषण बाढ़ बताया जा रहा है। उन्होंने कहा, नए आंकड़ों के मुताबिक, अब 59,296 लोग 305 राहत शिविरों में रह रहे हैं। कुल 57 हजार हेक्टेयर कृषि फसलें बर्बाद हो गईं। नुकसान का अनुमान हमारे राज्य के वार्षिक परिव्यय से अधिक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम विभाग ने बारिश से संबंधित पर्याप्त चेतावनी दी थी, लेकिन अप्रत्याशित बारिश ने जल प्रलय ला दिया। उन्होंने कहा कि नौ से 15 अगस्त तक 98.5 एमएम की बारिश का अनुमान लगाया गया था, जबकि राज्य में 352.2 एमएम की बारिश हुई।

तिरुवनंतपुरम: केरल में बाढ़ का पानी उतरने लगा है पर अभी भी चार लाख लोग राज्य के राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रविवार को सभी मलयाली लोगों से राज्य के पुनर्निर्माण के लिए एक महीने का वेतन दान करने का आग्रह किया है। इस बीच केरल में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 302 पहुंच गई है। कई इलाकों में पानी घटने के बाद लोग राहत शिविरों से अपने घर की ओर लौटने लगे हैं। फिर भी अभी 4.62 लाख लोग 1435 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।

मुख्यमंत्री विजयन ने भरोसा जताया कि केरल के पुनर्निमार्ण के लिए फंड की कोई समस्या नहीं होगी। विजयन ने एक टीवी चैनल से कहा, यूएई के शासक ने 10 करोड़ डॉलर देने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वादा किया था। विजयन ने कहा, आज मुद्दा राशि का नहीं है, बल्कि मुद्दा धनराशि को स्वीकारे जाने का है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह बाढ़ से प्रभावित केरल को राहत के लिए विदेशी सरकारों से आने वाली मदद की राह में बाधा नहीं डालें।

तिरुवनंतरपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में भारी बारिश और बाढ़ से करीब 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है और राज्य की हालत अभी ऐसी नहीं है कि वह इस संकट के समय स्वयं जरूरी संसाधन जुटा सके। विजयन ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ से राज्य में जान-माल की अपार क्षति हुई है। अभी तक 372 लोगों की जानें जा चुकी है तथा 26,000 घरों को नुकसान हुआ है अथवा ध्वस्त हो गए हैं। इसके अलावा 40,000 हैक्टेयर भूमि पर खड़ी फसल बरबाद हो चुकी है। प्राकृतिक आपदा की विकरालता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अभी भी राज्य के कई क्षेत्र पानी में डूबे हुए हैं। उन्होंने संकट की घड़ी में राज्य के लोगों का संबल बढ़ाने वाले लोगों के प्रति आभार जताया।

उन्होंने बताया कि बाढ़ से कई बहुमंजिला इमारतें, दुकानें, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बाढ़ में बह गए। राज्य में कई सड़कें बुरी तरह टूट फूट गयी है और कई तो बाढ़ में पूरी तरह बह गयी। बिजली विभाग को लगभग 750 करोड़ रूपये और जल विभाग काे 900 करोड़ रूपये का नुकसान पहुंचा है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख