अहमदाबाद: गुजरात में सोमवार को नौ व्यक्तियों की मौत हो गई और 1,900 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया क्योंकि विशेष तौर पर सौराष्ट्र सहित राज्य के कई हिस्सों भारी बारिश हुई। जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने कहा कि राजकोट में आजी बांध और मेहसाणा में कडी बांध उन बांधों में शामिल हैं, जिनमें पानी का भारी प्रवाह हुआ है। अधिकारियों ने कहा कि राज्य की कई नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। कई निचले इलाकों में पानी भर गया है क्योंकि बांधों के गेट खोल दिए गए हैं।
राज्य आपात अभियान केंद्र (एसईओसी) के अधिकारियों ने बताया कि अहमदाबाद, मेहसाणा, साबरकांठा और पाटन जिलों में लगभग 1,900 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। गुजरात में सोमवार सुबह तक वार्षिक औसत वर्षा का 102 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है। अधिकारियों ने कहा कि नौ व्यक्तियों की मौत हुई है जिसमें से दो व्यक्तियों की मौत जूनागढ़ और तापी जिलों में घरों के ढहने के कारण हुईं, जबकि सात अन्य मेहसाणा, भावनगर, जूनागढ़, तापी, नर्मदा और मोरबी में अलग-अलग घटनाओं में डूब गए।
अधिकारियों ने कहा कि मोरबी जिले में, एक पिता और उसका बेटा, एक राज्य प्रतियोगी परीक्षा के लिए जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि रायसंगपार गांव के पास दोनों पानी के तेज प्रवाह में बह गए। उनका पता लगाने के लिए खोज जारी है। एसईओसी ने कहा कि कच्छ जिले के अब्दासा तालुका और राजकोट के गोंडल में सोमवार सुबह छह बजे से 12 घंटे में 179 मिलीमीटर बारिश हुई। देवभूमि द्वारका जिले में भनवाद और जामनगर जिले के जाम जोधपुर में 12 घंटे की अवधि में 165 मिमी बारिश हुई। इसी तरह, कच्छ के लखपत में 129 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद पाटन में संतालपुर में 100 मिलीमीटर बारिश हुई।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह तक राज्य में वार्षिक औसत वर्षा का 102.73 प्रतिशत, जबकि कच्छ में अभी तक सबसे अधिक 188.04 प्रतिशत वर्षा दर्ज की गई है। पूर्व-मध्य क्षेत्र में अब तक की सबसे कम 79 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने कहा कि 24 अगस्त और 25 अगस्त के दौरान गुजरात में वर्षा जारी रहने की संभावना है।विभाग ने मंगलवार को गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।