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अहमदाबाद: गुजरात में विजय रूपाणी सरकार में सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा है। ख़बर है कि तीन अहम मंत्रालय नहीं मिलने से नाराज़ उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने अब तक अपना कार्यभार नहीं संभाला है। पिछली सरकार में उनके पास वित्त, शहरी विकास, उद्योग और राजस्व मंत्रालय था, लेकिन इस बार वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को दे दिया गया है। नितिन पटेल गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में भी देर से पहुंचे थे। ख़बर के मुताबिक नाराज़ नितिन पटेल के मनाने खुद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी गए थे, जिसके बाद वो 5 बजे शुरू होने वाली बैठक में रात नौ बजे आए। सूत्रों के मुताबिक नितिन पटेल ने कहा है कि अगर उन्हें वित्त मंत्रालय नहीं दिया गया तो वो आत्मसम्मान को ठेस पहुंचने के नाम पर इस्तीफ़ा भी दे सकते हैं।

नितिन पटेल तैयार हों, तो मैं कांग्रेस से बात कर सकता हूं: हार्दिक पटेल

उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल की नाराजगी खबरों के बीच हार्दिक पटेल ने उनकी कांग्रेस से बातचीत का न्यौता दे डाला है । हार्दिक ने कहा कि अगर नितिन पटेल 10 विधायकों के साथ भाजपा छोड़ने के लिए तैयार हैं तो वो कांग्रेस से उनके लिए बात कर सकते हैं । हार्दिक पटेल ने कहा कि अगर भाजपा उनकी इज्जत नहीं करती है तो उन्हें तुरंत पार्टी छोड़ देना चाहिए।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार को शाम पांच बजे कैबिनेट की बैठक शुरू होनी थी सभी मंत्री वक्त से पहुंच गए थे लेकिन विजय रूपाणी और नितिन पटेल 9 बजे बैठक में पहुंचे। नितिन पटेल को मनाने के लिए विजय रूपाणी के घर पर बैठक हुई जिसमें सीएम, नितिन पटेल और जीतू वाघाणी मौजूद थे। नितिन पटेल की जगह वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को दे दिया गया है। इसी से नितिन नाराज़ बताए जा रहे हैं।

बता दें कि वित्त मंत्रालय पिछली आनंदीबेन पटेल और विजय रुपाणी की सरकार में नितिन पटेल के पास था। पीडब्लूडी स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, स्वास्थ्य शिक्षा, नर्मदा, कल्पसर और पाटनगर योजना मंत्रालय दिए गए हैं। आखिर में नितिन पटेल को मनाकर कैबिनेट बैठक में लाया गया।

गौरतलब है हाल ही में हुए गुजरात चुनाव में भाजपा ने 99 सीट जीती थी और कांग्रेस को 80 सीटों से संतोष करना पड़ा था। जीत के बाद भाजपा ने विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री और नितिन पटेल को उप मुख्यमंत्री चुना था।

15 से ज्यादा विधायक कांग्रेस के संपर्क में

इधर यह खबरें भी मिल रही हैं कि भाजपा के 15 से ज्यादा पाटीदार विधायक मंत्रिमंडल विभागों का बंटवारा होने के बाद कांग्रेस की पटेल लीडरशिप के संपर्क में हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा विधायक लेउवा पाटीदार में जबर्दस्त जनाधार वाले कांग्रेस नेता परेश धानाणी के संपर्क में बताए जाते हैं। इसके पीछे भाजपा में पाटीदारों के घट रहे प्रभाव को मुख्य वजह बताया जा रहा है। ये विधायक पार्टी लाइन को छोड़ कर पाटीदार समाज की धुरी पर एकजुट होने को तैयार हैं।

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