अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव का पहले चरण का मतदान शनिवार को खत्म हो गया। पहले चरण में 182 में से 89 सीटों पर वोटिंग हुई। मतदान के बाद चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर बताया कि पहले चरण में 68 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इससे पहले शाम चार बजे तक 47 फीसदी मतदान हुआ था।
पहले चरण में कच्छ, मोरबी, जामनगर, सुरेंद्र नगर, देवभूमि द्वारका, राजकोट, बोटाड, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, गिर सोमनाथ, भावनगर, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, नवसारी, डांग और वलसाड जिलों में कुल 977 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
इन 89 सीटों में से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास 67 और कांग्रेस के पास 16 सीट है। एक सीट एनसीपी और एक जेडीयू के पास है जबकि बाकी बची दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार हैं। गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण के तहत 14 दिसंबर को मतदान होगा और मतगणना 18 दिसंबर को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति ने बताया कि पहली बार सभी विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल हुआ और सभी दिव्यांग वोटरों को मैप किया गया। उन्होंने कहा कि 5 बजे मतदान समाप्त हुआ और करीब 68 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई।
पिछले चुनाव में 71.3 फीसदी मतदान हुआ था। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अंतिम आंकड़े पिछली बार की बराबरी कर लेंगे। ईवीएम में खराबी पर ज्योति ने कहा, कुछ मशीनें खराब पाई गईं जिन्हें बदल दिया गया।
खबरों के अनुसार सूरत, पोरबंदर के अलावा कई सीटों पर मतदान के दौरान ईवीएम मशीनों में दिक्कतें सामने आई हैं। हालांकि इन्हें बदल दिया गया है। पोरबंदर में अर्जुन मोढ़वाडिया ने ईवीएम को ब्लूटूथ व वाईफाई से कनेक्ट करने का दावा किया है। उन्होंने ईवीएम से सुरक्षित मतदान कराने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि ईवीएम को ब्लूटूथ व वाईफाई से कनेक्ट किया जा सकता है। जो गंभीर घटना है। इससे फर्जी मतदान हो सकते है।
मोढवाड़िया ने कहा ईवीएम के वाइफाई से कनेक्ट होने का उनके पास स्क्रीन शॉट भी है। हालांकि, भावनगर कलेक्टर हर्षद पटेल ने कहा है कि कुछ मशीनों में दिक्कत थी जिन्हें बदल दिया गया है। मतदान शांतिपूर्वक जारी है। इन दावों को लेकर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा है कि कांग्रेस हारती है तो ईवीएम को दोष देती है। वो लोग अभी से 18 दिसंबर के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं ताकि हारने पर ईवीएम को दोष दे सकें।
इससे पहले कई दिग्गज अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। वहीं राज्य के भाजपा अध्यक्ष जीतुभाई वघानी ने भी अपना वोट डाला। इनके अलावा कांग्रेस नेता अहमद पटेल और भारतीय क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा भी मतदान करने पहुंचे।
पहले चरण में 19 जिलों की 89 सीटों पर 977 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद होगा। मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही राज्य के भाजपा अध्यक्ष जीतु भाई वघानी अपना वोट डालने के लिए पहुंचे। मतदान के बाद जीतुभाई ने जीत का दावा करते हुए कहा कि हम राज्य में 150 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं।
मतदान शुरू होने के साथ ही कई जगहों पर ईवीएम मशीन बंद होने के मामले सामने आए हैं। लोगों के हंगामें के बाद चुनाव ने तुरंत ही ईवीएम बदलने की व्यवस्था की है। पोरबंदर की 8, अमरैली की 3, राजुला और सावरकुंडला तहसील की एक-एक ईवीएम मशीन में खामी होने से करीब एक घंटे तक वोट नहीं डाले जा सके है। जिसके कारण लोगों में आक्रोश फैल गया है। हालाकि चुनाव अधिकारियों ने नये इवीएम की व्यवस्था की जिसके बाद मतदान शुरु हुआ।
सौराष्ट्र, कच्छ व दक्षिण गुजरात में होने वाले पहले चरण के मतदान में 2 करोड़ 12 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। राज्य में पहली बार ईवीएम के साथ वोट वेरिफिकेशन पेपर ऑडिट ट्रेल मशीन (वीवीपीएट) का उपयोग किया जा रहा है। मतदान से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर गुजरात की जनता से भारी मात्रा में मतदान करने की अपील की है।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी बीबी स्वेन के अनुसार, गुजरात विधानसभा की 182 सीट में 89 सीटों के लिए 9 दिसंबर को और शेष 93 सीट के लिए 14 दिसंबर को मतदान होगा। चुनाव परिणाम 18 दिसंबर को आएंगे।
गुजरात चुनाव में चुनाव आयोग वीवीपेट मशीनों से मतदान करवाएगा। इसके चलते ईवीएम पर मतदान के साथ ही एक बीप की आवाज होगी जिसके साथ ही छह सैकेंड के लिए वीवीपीएट के डिस्पले पर मतदाता अपना मत देख सकेगा कि उसने जिसे वोट दिया वह उसके ही खाते में पड़ा है।