प्रांतिज (गुजरात): कई चीजों पर जीएसटी दरें कम करने के केंद्र के फैसले का श्रेय लेने का प्रयास करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि जब तक 5 स्लैब का 'गब्बर सिंह टैक्स' 18 प्रतिशत सीमा के साथ 'वस्तु एवं सेवा कर' में नहीं बदलता तब तक वह आराम से नहीं बैठेंगे।
गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर में पूजा करने के बाद उत्तरी गुजरात का चुनावी दौरा शुरू करने वाले राहुल ने एक बार फिर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की एक कंपनी का मुद्दा उठाया।
उन्होंने उत्तरी गुजरात के इस शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'हमने (केंद्र पर) दबाव बनाया, गुजरात की जनता, छोटे दुकानदारों ने दबाव बनाया और मुझे कहते हुए खुशी हो रही है कि अरुण जेटली ने कई चीजों को जीएसटी के तहत 28 प्रतिशत स्लैब से हटाकर 18 प्रतिशत स्लैब में डाला है।' राहुल ने कहा, 'पांच स्लैब के साथ, यह गब्बर सिंह टैक्स है, लेकिन एक टैक्स से यह जीएसटी है। न तो गुजरात, ना ही भारत को गब्बर सिंह टैक्स की जरूरत है।
कांग्रेस ने भाजपा को स्पष्ट कहा है कि 18 प्रतिशत सीमा और साधारण टैक्स वाला एक टैक्स होना चाहिए।' अमेठी से सांसद राहुल ने कहा कि 'गब्बर सिंह टैक्स' ने गुजरात और देश के अन्य भागों में छोटे और मंझोले कारोबारियों को नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने कहा, 'यह गब्बर सिंह टैक्स इस देश के छोटे लोगों को लूट रहा है। इस गब्बर सिंह टैक्स का एकमात्र उद्देश्य गुजरात और देश के अन्य भागों के छोटे और मंझोले उद्योगों की रीढ़ तोड़ना है।'
उन्होंने कहा, 'इस जीएसटी ने गुजरात और भारत को नुकसान पहुंचाया है। अच्छा है कि उन्होंने कल इसमें कुछ बदलाव किए। लेकिन हम यहीं नहीं रूकेंगे। हम केवल तब रूकेंगे जब गुजरात और भारत को जीएसटी मिलेगा, गब्बर सिंह टैक्स नहीं।