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रायपुर: छत्तीसगढ़ में महासमुंद विधानसभा से कांग्रेस विधायक विनोद चंद्राकर के ऊपर एयर इंडिया की एक महिला कर्मचारी को अपमानित करने अथवा बदसलूकी करने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक विनोद पर बीते 7 अगस्त को रायपुर एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की एक महिला कर्मचारी को अपमानित करने का आरोप लगा है, क्योंकि महिला कर्मचारी ने उन्हें देर से एयरपोर्ट पर पहुंचने की वजह से प्लेन में बैठने की इजाजत नहीं दी थी। एयर इंडिया की प्रारंभिक रिपोर्ट से यह बात सामने आई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'विधायक के बोर्डिंग कार्ड पर 5:30 बजे का समय लिखा हुआ था। विमान में पांच यात्रियों को छोड़कर सभी यात्री सवार थे। इसके बाद भी सुरक्षा होल्ड क्षेत्र (एसएचए) और चेक-इन क्षेत्र में 6:12 तक फ्लाइट के उड़ान की बार-बार घोषणा की जाती रही। ' रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 'एक यात्री ने सूचना दी कि अन्य लोग रास्ते में हैं। रायपुर एयरपोर्ट मैनेजर, एयर इंडिया का एक अधिकारी (फीमेल स्टाफ) और एक ग्राहक सेवा एजेंट (सीएसए) ने यात्रियों का इंतजार किया।

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पुलिस ने चुनाव के दौरान अपने जन्म स्थान के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में अमित जोगी को गिरफ्तार किया है। बिलासपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने यहां बताया कि पुलिस ने मंगलवार को शहर के मरवाही सदन से अमित जोगी को गिरफ्तार किया। अग्रवाल ने बताया कि अमित जोगी पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को अपने जन्म स्थान के बारे में गलत जानकारी दी थी।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस वर्ष फरवरी महीने में भारतीय जनता पार्टी की ओर से मरवाही विधानसभा सीट से प्रत्याशी रही समीरा पैकरा ने जिले के गौरेला थाना में अमित जोगी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। समीरा का आरोप है कि अमित जोगी का जन्म स्थान अमेरिका में है। जबकि उन्होंने वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने शपथपत्र में जन्म स्थान गौरेला क्षेत्र का सारबहरा गांव बताया था। पैकरा ने आरोप लगाया कि जोगी ने गलत तरीके से सारबहरा गांव में जन्म होने का प्रमाण पत्र प्राप्त किया।

रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। दूसरी बार गठित की गई उच्चधिकार स्क्रूटनी कमेटी ने भी जोगी को अनुसूचित जनजाति (एसटी) यानी आदिवासी मानने से इंकार कर दिया है। कमेटी ने जोगी का खुद को एसटी जाति का बताने वाला दावा खारिज कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता जोगी ने कमेटी पर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का प्रभाव होने का आरोप लगाते हुए इस रिपोर्ट को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह उच्चाधिकार स्क्रूटनी कमेटी नहीं बल्कि ‘भूपेश बघेल उच्चाधिकार कमेटी’ थी।

कमेटी ने यह भी साफ किया है कि अब जोगी के लिए एसटी के लाभ की पात्रता नहीं होगी। इस रिपोर्ट को पूर्व सीएम के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि जाति प्रमाणपत्र के साथ-साथ उनके राजनीतिक कॅरियर पर भी इसका असर पड़ना तय है। जोगी फिलहाल मरवाही सीट से विधायक हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस रिपोर्ट के बाद अब यह सीट भी उनके हाथ से जा सकती है। कमेटी की रिपोर्ट पर राज्य की कांग्रेस सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जोगी अपने दावे के समर्थन में दस्तावेज और सबूत पेश नहीं कर सके।

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में अनुसूचित जाति को 13 फीसदी तथा अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने की घोषणा की है। बघेल ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री ने इस दौरान समारोह को संबोधित करते हुए कहा, यह कहते हुए खुशी हो रही है कि हमारे प्रदेश का अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग तबका काफी शांतिप्रिय ढंग से अपने अधिकारों की बात करता रहा है। उनके संविधान सम्मत अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्त्तव्य है। इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए आज मैं यह घोषणा करता हूं कि अब प्रदेश निवासी अनुसूचित जनजाति को 32 प्रतिशत, अनुसूचित जाति को 13 प्रतिशत तथा अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जाएगा। 

आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति को 32 फीसदी आरक्षण की सुविधा है। वहीं अनुसूचित जाति को 12 फीसदी तथा अन्य पिछड़ा वर्ग को 14 फीसदी आरक्षण का लाभ मिल रहा है।

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