ताज़ा खबरें
कड़ाके की ठंड से ठिठुर रहा दिल्ली-एनसीआर, इस सप्ताह गिरेगा पारा
आम बजट में दिल्ली से जुड़ी कोई घोषणा नहीं होगी: सीईसी राजीव कुमार
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर 5 होगी वोटिंग, 8 फरवरीको होगी काउंटिंग
दिल्ली चुनाव की तारीखों का एलान, पांच​ को मतदान,8 फरवरी को नतीजे
असम:उमरांगशु में कोयला खदान में फंसे मजदूरों की जिंदगी से जंग जारी
हिरासत में लिए गए प्रशांत किशोर: पीके की टीम बोली- जबरन उठाया

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज ‘मंईयां सम्मान योजना’ के तहत 56.61 लाख से ज्यादा महिलाओं के बैंक खातों में ढाई-ढाई हजार रुपये की राशि हस्तांतरित कर अपना सबसे बड़ा चुनावी वादा निभाया। इस योजना के तहत सीएम सोरेन ने आज कुल 1,415.44 करोड़ रुपये लाभार्थियों के खातों में हस्तांतरित किया। इस अवसर पर आज रांची के नामकुम खोजाटोली ग्राउंड में एक वृहद् कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें पूरे राज्य से करीब दो लाख महिलाएं मौजूद रहीं। कांग्रेस ने भी इसकी तारीफ करते हुए कहा कि हमने जो वादा किया, वो निभाया।

सीएम हेमंत सोरेन ने महिलाओं से संवाद करते हुए कहा, ''यह राशि आपको आर्थिक तौर पर स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हमारी सरकार ने चुनाव के पहले जो संकल्प लिया था, उसे पूरा करते हुए आज हमें बेहद खुशी हो रही है।''

इसके बाद सीएम ने रिमोट का बटन दबाकर राज्य की कुल 56 लाख 61 हजार 791 महिलाओं के बैंक खाते में कुल 1,415 करोड़ 44 लाख 77 हजार 500 रुपए की राशि ट्रांसफर की।

उन्होंने कहा, पांच महीने पहले जब यह योजना शुरू हुई थी तब महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए दिए जा रहे थे, लेकिन चुनाव के ऐलान के ठीक पहले महागठबंधन सरकार ने कैबिनेट में यह राशि बढ़ाकर ढाई हजार करने की मंजूरी दी थी।

कांग्रेस बोली- जो वादा किया, वो निभाया

कांग्रेस ने झारखंड में ‘मंईयां सम्मान योजना’ के तहत 56 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में पैसे ट्रांस्फर किए जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि हमने जो वादा किया, वो निभाया। कांग्रेस ने एक्स पर कहा, "मंईयां सम्मान योजना के तहत इंडिया गठबंधन ने झारखंड में महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपए की सम्मान राशि देने का वादा किया था। अब वो वादा पूरा हो रहा है। प्रदेश की महिलाओं को 2,500 रुपए की सम्मान राशि मिल रही है। इस पहल से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त और सामाजिक रूप से मजबूत बनेंगी। जो वादा किया-वो निभाया।"

हेमंत सोरेन ने कहा कि देश और राज्य के सर्वांगीण विकास की परिकल्पना तब तक साकार नहीं हो सकती, जब तक महिला और पुरुष एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर न चलें। हम लोगों ने इसी को ध्यान में रखकर महिलाओं को आगे लाने के लिए यह कदम उठाया है। हमारे पहले की सरकारों ने महिला सशक्तीकरण की बातें तो बहुत की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया। हमने जब महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए की राशि देने की शुरुआत की, तब हमारा मजाक उड़ाया गया। जब हमने यह राशि ढाई हजार रुपए करने का वादा किया, तो विपक्षियों ने इसे लेकर भी दुष्प्रचार किया। उन्होंने सवाल उठाया कि इतना पैसा सरकार कहां से लाएगी? आज हमने उन्हें जवाब दे दिया है।

सोरेन ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम उनकी तरह नहीं, जो अपने किए वादे से मुकर जाएं या झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करें। उन्होंने महिलाओं से राज्य के विकास में भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि आपकी छोटी-छोटी बचत से बच्चों का भविष्य बेहतर होगा। ‘मईयां सम्मान’ की राशि का उपयोग महिलाएं खुद और अपने बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए कर सकती हैं। मुख्यमंत्री ने चुनाव के दौरान महिलाओं के सहयोग-समर्थन के लिए आभार जताते हुए कहा कि आपने हमें भरपूर आशीर्वाद देकर हमारी सरकार बनाई है। अब आपको स्वावलंबी और विकसित बनाने की चिंता हमारी है। कार्यक्रम को राज्य के वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मंत्री चमरा लिंडा, विधायक कल्पना सोरेन सहित कई अन्य महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख