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रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले विपक्षी पार्टियों को भाजपा ने बड़ा झटका दिया है। झारखंड में विपक्ष के छह विधायक बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इसमें कांग्रेस के तीन, जेएमएम के दो और एआईएफबी का एक विधायक शामिल है। इस मौके पर झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयंत सिन्हा समेत बीजेपी की कई नेता मौजूद रहे। भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों में जेएमएम के कुणाल सारंगी और जेपी पी भाई पटेल, कांग्रेस के सुखदेव भगत, मनोज यादव और बादल पत्रलेखा है। वहीं एआईएफबी भानु प्रताप शाही भी भाजपा में शामिल हो गए है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जवान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष भानु प्रताप जी ने पार्टी का विलय किया है। यह सूबे के लिए सुखद संदेश है। 2014 और 2019 का संदेश यह है कि देश-प्रदेश की जनता ने जातिवाद, वंशवाद व परिवारवाद की राजनीति को नकार कर विकास के प्रति जनादेश देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हम सब महसूस कर रहे हैं कि देश में अब विकास व राष्ट्रवाद की राजनीति चलेगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रवाद व विकास से प्रभावित होकर प्रदेश के विकास के लिए, गरीबी को समाप्त करने के लिए, आगे ले जाने के लिए विभिन्न दलों के नेता व अधिकारी शामिल हुए हैं। ये लोग पार्टी में प्रदेश के विकास व राष्ट्र की सेवा के लिए आए हैं। भाजपा में शामिल हुए ये नेता खुद के लिए नहीं बल्कि राज्य को फिर से स्थायी सरकार देने के लिए आये हैं। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रवाद और विकास की नीति से प्रभावित होकर आज ये लोग शामिल हुए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और कुशल संगठनकर्ता हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के गृह मंत्री अमित शाह जी ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर को भारत की मुख्यधारा में शामिल होने का काम किया है। अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद कश्मीर में अमन-चैन है। जम्मू कश्मीर में हमारे आदिवासी भाइयों बहनों को आरक्षण नहीं दिया जाता था, लेकिन अब अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद उन्हें भी यह लाभ मिलेगा।

वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद सुखदेव भगत ने कहा कि वि​कास और राष्ट्रवाद, दूध में शक्कर की तरह है और हम इसकी मिठास को बढ़ाने के लिये भाजपा में शामिल हुए हैं। मैं निष्ठापूर्वक पार्टी के विश्वास पर खरा उतरूं और विकास और राष्ट्रवाद पर चलूं, ऐसा मेरा प्रयास रहेगा।

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