चंडीगढ़-मनसा: कथित रूप से अवैध शराब के कारोबार में लिप्त 20 साल के एक दलित युवक की पंजाब के मनसा जिले में उसके प्रतिद्वंद्वी गुट ने बेरहमी से हत्या कर दी और उसका पैर काट दिया। घटना के बाद तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मनसा के एसएसपी मुखविंदर सिंह ने कहा कि पुलिस ने जिले के तीन आरोपियों बलबीर सिंह, हरदीप सिंह और साधु सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि तीन अन्य आरोपियों अमनदीप सिंह, बाबरीक सिंह और सीता सिंह को गिरफ्तार करने की कोशिशें जारी हैं। घटना के सिलसिले में छह लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है जिनमें से एक दलित है। पुलिस ने कहा कि यह घटना दो समूहों के बीच आपसी दुश्मनी का नतीजा है और पहले भी उनके बीच झगड़े हो चुके हैं। गत सोमवार को विरोधी गुट ने एक मामला सुलझाने के बहाने से सुखचैन सिंह और उसके दोस्तों को बुलाया था। एसएसपी सिंह ने बताया, ‘फिर सोमवार की रात उन्होंने सुखचैन और उसके दोस्तों पर धारदार हथियारों से हमला किया। हालांकि सुखचैन के दोस्त भागने में सफल रहे। दूसरे गुट ने धारदार हथियार से सुखचैन की बेरहमी से हत्या कर दी।’ पुलिस ने बताया कि आरोपी बलवीर के घर से उसका शव बरामद किया गया।सुखचैन के शव पर जख्म के निशान हैं और उसका पैर भी कटा देखा गया। पुलिस ने बताया कि कटा हुआ पैर अपराध स्थल से करीब 400 मीटर दूर खेतों में मिला है।
मृतक के परिवार ने कटा पैर मिलने पर ही अंतिम संस्कार करने की बात कही थी। एसएसपी ने कहा, ‘अब हम परिवार से शव का अंतिम संस्कार करने का आग्रह करेंगे।’ उन्होंने कहा कि विरोधी गुट के दो लोगों को भी पूछताछ के लिए पकड़ा गया है जिनके नाम प्राथमिकी में नहीं हैं। हत्याकांड की निंदा करते हुए विपक्षी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने प्रकाश सिंह बादल सरकार पर राज्य में दलितों के खिलाफ ‘आतंकवाद का राज’ चलाने का आरोप लगाया। अकाली नेताओं से आरोप-प्रत्यारोप के बीच अमरिंदर ने मीडिया की खबरों का हवाला दिया जिनमें दावा किया गया है कि दोनों आरोपियों के अकाली दल से संबंध हैं। उन्होंने कहा कि दोनों घरांघना के सरपंच के भतीजे हैं जिनके पिता पंजाब के मुख्यमंत्री के चालक थे। हालात पर चिंता जताते हुए अमरिंदर ने कहा, ‘राज्य में दलित समुदाय के लोग अत्यंत असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और अकाली दल की सरकार में उन्हें अपनी सुरक्षा का डर सता रहा है।’ उन्होंने चेतावनी दी, ‘पंजाब के भविष्य के लिए इन घटनाक्रम के गंभीर नतीजे हो सकते हैं।’ अमरिंदर ने कहा कि बादल सरकार जानबूझकर प्रदेश के धर्मनिरपेक्ष तानाबाना और शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ रही है। घटना की निंदा करते हुए आम आदमी पार्टी के पंजाब संयोजक गुरप्रीत सिंह वराइच ने राज्य सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पंजाब पुलिस राज्य की जनता को सुरक्षा नहीं मुहैया करा पा रही। उन्होंने आरोप लगाया कि अकाली-भाजपा सरकार में राज्य की कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गयी है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राजकुमार वरका ने मृतक के परिवार को 8.50 लाख रपये के मुआवजे की घोषणा की और एसएसपी मनसा को तीन दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। घटना पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए केंद्रीय मंत्री और पंजाब भाजपा के अध्यक्ष विजय सांपला ने कहा कि उन्होंने पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा से बात की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सांपला ने बताया कि उन्होंने पार्टी के प्रदेश महासचिव केवल कुमार से मनसा जाकर मृतक के परिजनों से मुलाकात करने और मामले में एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। पिछले साल भी इस तरह की एक घटना घटी थी और फजिल्का के अबोहर में एक दलित भीम टांक और उसके दोस्त गुरजंत सिंह पर कथित रूप से धारदार हथियार से हमला किया गया था। भीम के हाथ-पैर काट दिये गये थे और अस्पताल में बाद में उसकी मौत हो गयी थी।