चंडीगढ़: शिअद के पूर्व नेता परगट सिंह, भाजपा के पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू और दो अन्य विधायकों ने नदी जल पर राज्य के हितों की रक्षा में बादल सरकार की नाकमी पर विरोध दर्ज कराने के लिए आज (बुधवार) पंजाब विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। हॉकी खिलाड़ी से नेता बने परगट सिंह ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा दिया क्योंकि बादल पिता पुत्र नदी जल बंटवारे पर पंजाब के हितों की रक्षा करने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि कौर ने अपना इस्तीफा सीधे विधानसभा स्पीकर चरणजीत सिंह अटवाल को भेजा है। परगट सिंह (जलंधर छावनी) और नवजोत कौर सिद्धू (अमृतसर पूर्व) के अलावा सिमरजीत सिंह बैंस (आत्म नगर) और उनके भाई बलविंदर सिंह बैंस (लुधियाना दक्षिण) ने भी इस्तीफा दे दिया। परगट ने शिरोमणि अकाली दल से बीते मॉनसून सत्र में इस्तीफा दिया जबकि कौर ने अक्तूबर में भाजपा छोड़ी थी। सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के आदेश पर पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में चर्चा के दौरान बैंस भाई स्पीकर के आसन के समक्ष पहुंच गए और अपना इस्तीफा पत्र उछाल दिया। परगट और बैंस बंधु ‘आवाज ए पंजाब’ के सदस्य हैं, यह एक गैर राजनीतिक मोर्चा है जिसे सिद्धू ने बनाया है। इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय का फैसला हरियाणा के पक्ष में जाने पर कांग्रेस के 42 विधायक पहले ही अपना इस्तीफा दे चुके हैं।
पार्टी के अमृतसर से सांसद और पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह ने भी अपनी लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। राज्य में अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।