नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक पखवाड़े के अंदर आज (रविवार, 7 फरवरी) दूसरी बार पश्चिम बंगाल दौरे पर जा रहे हैं। वह हल्दिया में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएम) द्वारा निर्मित एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके अलावा तेल एंव गैस से जुड़ी दूसरी योजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इस समारोह में शामिल होने के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी निमंत्रण भेजा गया है। लेकिन उन्होंने उसमें शामिल होने से इंकार कर दिया है।
राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा तेज है कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने क्यों पीएम के साथ मंच साझा करने से इंकार किया? दरअसल, पिछली बार प्रधानमंत्री मोदी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के लिए 23 जनवरी को कोलकाता के विक्टोरिया पैलेस में थे, उस समारोह में जब ममता अपना संबोधन देने जा रही थीं, तभी भीड़ ने जय श्री राम के नारे लगाए थे। इसके बाद ममता बनर्जी ने पीएम के सामने ही बोलने से इंकार कर दिया था और यह आरोप लगाया था कि निमंत्रण देकर भाजपा बेइज्जत करती है।
माना जा रहा है कि इसी वजह से ममता ने अब हल्दिया के कार्यक्रम में जाने से खुद को अलग कर लिया है।
हालांकि, तृणमूल के कई वरिष्ठ नेताओं को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है। पार्टी के वरिष्ठ सांसद शिशिर अधिकारी ने भी इस समारोह में शामिल होने से इंकार कर दिया है, लेकिन माना जा रहा है कि उनके छोटे सांसद बेटे दिब्येंदु अधिकारी अपने भाई सुवेंदु अधिकारी की राह पकड़ सकते हैं और वो इस समारोह में शामिल होकर बाद में भाजपा में जा सकते हैं।
एक दिन पहले ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य के मालदा में रोड शो किया था और आरोप लगाया था कि ममता बनर्जी ने अपने अंहकार की वजह से राज्य के किसानों को पीएम किसान योजना का लाभ उठाने नहीं दिया। नड्डा ने यह भी पूछा था कि जब लोग जय श्रीराम का नारा लगाते हैं तो ममती बनर्जी अपना आपा क्यों खो देती हैं?
बता दें कि पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में विधान सभा चुनाव होने हैं। लिहाजा, चुनाव से पहले पीएम मोदी बंगाल को कई सौगात देने जा रहे हैं। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर कहा है, "मैं हल्दिया, पश्चिम बंगाल में रहूंगा। वहां बीपीसीएल की ओर से निर्मित एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित करूंगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा प्रोजेक्ट के तहत डोभी-दुर्गापुर नेचुरल गैस पाइपलाइन सेक्शन को भी राष्ट्र को समर्पित करूंगा।"