नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सदस्य केडी सिंह को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी। अलकेमिस्ट समूह के प्रमुख केडी सिंह का रोजवैली और सारदा चिटफंड घोटाले में शामिल होने के आरोप लगे थे। ईडी ने केडी सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लंबे समय तक पूछताछ बाद उनके जवाब से असंतुष्ट होकर ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि रोजवैली चिटफंड के आरोप में ईडी ने मंगलवार को केडी सिंह से करीब साढ़े छह घंटे तक पूछताछ की थी।
ईडी की ओर से इससे पहले भी केडी सिंह की संपत्ति को सीज किया गया था। जून, 2019 केडी सिंह से जुड़ी कंपनी की 239 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की थी। ईडी ने 1,900 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच को लेकर यह कार्रवाई की थी। सिंह की करीब 239 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी, जिसमें रिजॉर्ट, शोरूम और बैंक खाते भी शामिल थे। केडी सिंह के ठिकानों पर ईडी पहले भी छापेमारी कर चुकी है।
अधिकारी के पिता को पद से हटाया
वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के पिता एवं सांसद शिषिर अधिकारी को तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व मिदनापुर जिले के अध्यक्ष पद से हटाया गया। इससे पहले, टीएमसी ने शिशिर अधिकारी को दीघा शंकरपुर विकास प्राधिकरण (डीएसडीए) के अध्यक्ष पद से हटा दिया। अधिकारी के स्थान पर विधायक अखिल गिरि को नियुक्त किया गया है, जो तृणमूल कांग्रेस में उनके विरोधी माने जाते हैं। गिरि ने कहा कि उन्होंने डीएसडीए के अध्यक्ष के रूप में कुछ नहीं किया, इसलिए उन्हें हटा दिया गया।टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सांसद एजेंसी के अध्यक्ष के तौर पर अपने दायित्वों को निर्वहन नहीं कर पा रहे थे।
शिशिर अधिकारी ने इस घटनाक्रम पर कहा कि वो जो चाहे कर सकते हैं, वह करें। मुझे फर्क नहीं पड़ता। इस पर मामले पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि उनके पिता को सत्ता से हटाने वाले अगले विधानसभा चुनाव में सत्ता से बाहर हो जाएंगे।