कोलकाता: केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नारद टेप घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी और एक आईपीएस अधिकारी के आवाज के नमूनों (वॉयस सैंपल) की सोमवार को जांच की। केन्द्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। मुखर्जी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दस नेताओं और मंत्रियों में शामिल हैं जिन्हें सीबीआई ने नारद स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में कथित तौर पर नकदी लेते हुए देखे जाने पर आवाज के नमूनों की जांच के लिए तलब किया है।
नारद न्यूज पोर्टल के सैमुअल मैथ्यू ने 2014 में स्टिंग ऑपरेशन किया था और उस समय वर्धवान जिले के पुलिस अधीक्षक रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा के आवाज के नमूनों की भी जांच की गई। नारद न्यूज के सैमुअल मैथ्यू ने 2014 में एक स्टिंग ऑपरेशन किया था। स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलते-जुलते कुछ लोग और आईपीएस अधिकारी कुछ लाभ के बदले में एक काल्पनिक कंपनी के प्रतिनिधियों से पैसा लेते नजर आए थे। यह वीडियो 2016 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सामने आया था।
सीबीआई ने गत 31 अगस्त को इस घोटाले के संबंध में तृणमूल कांग्रेस के सांसद प्रसून बनर्जी की आवाज के नमूनों की जांच की थी। स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो में कथित तौर पर दिखाई दिये तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुल्तान अहमद की 2017 में मौत हो गई थी।