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कोलकाता: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को यहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की, जिससे ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे निकट भविष्य में उनके साथ जुड़़ सकते हैं और 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम कर सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर राज्य में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को रोकने और बंगाल पर अपनी पकड़ बनाए रखने में पार्टी की मदद कर सकते हैं।

सूत्रों ने बताया कि राज्य सचिवालय नबान्न में मुख्यमंत्री के साथ तृणमूल सांसद और बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के साथ किशोर ने करीब ढाई घंटे तक चर्चा की। उन्होंने कहा कि यदि बनर्जी की इच्छा हो, तो किशोर उनके साथ काम करने के लिए तैयार हैं। नबान्न से निकलते वक्त, बनर्जी ने किशोर से अपनी मुलाकात के बारे में मीडिया को कुछ नहीं बताया। बैठक के परिणाम के बारे में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं ने भी कुछ नहीं बताया।

टीएमसी सुप्रीमो मंगलवार देर शाम मारे गए पार्टी के एक नेता के परिजनों से मिलने के लिए उत्तरी कोलकाता के निमता के लिए रवाना हो गयीं। घटना के सिलसिले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो व्यक्तियों में एक भाजपा कार्यकर्ता है।

बनर्जी और किशोर के बीच बैठक ऐसे समय में हुई है जब राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तृणमूल सुप्रीमो को कड़ी चुनौती मिल रही है। हाल ही में संपन्न हुये लोकसभा चुनाव में, भाजपा ने पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की थी, जो राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से सिर्फ चार कम है। शानदार प्रदर्शन से उत्साहित, भगवा पार्टी के नेता दावा कर रहे हैं कि उनका अगला लक्ष्य 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकना है।

गुरुवार की बैठक से संकेत मिलता है कि बनर्जी बंगाल में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए चुनावी रणनीतिकार की सेवा ले सकती हैं। 2014 के आम चुनाव में भाजपा की शानदार जीत के बाद सुर्खियों में आए किशोर ने बाद में कई राजनीतिक दलों के साथ काम किया। वह पिछले साल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) में उपाध्यक्ष के तौर पर शामिल हुए, लेकिन उन्होंने एक चुनावी रणनीतिकार के रूप में काम करना जारी रखा।

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