नई दिल्ली/कोलकाता: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा में ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति तोड़ने पर टीएमसी की स्टूडेंट विंग ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन किय। इसके अलावा सीपीआई(एम) ने भी इसके विरोध में प्रदर्शन किया। सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, 'जांच होनी चाहिए कि यह कोलकाता में कैसे हुआ?' वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी विरोध प्रदर्शन किया है। अमित शाह के रोड शो में हुई हिंसा के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने दिल्ली में प्रदर्शन किया।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह और विजय दौरान प्रदर्शन में मौजूद थे। भाजपा नेताओं ने अंगुली मुंह पर रखी हुई थी और हाथ में बैनर पकड़े हुए थे। इन बैनरों पर लिखा था, 'बंगाल बचाओ, लोकतंत्र बचाओ।' वहीं बंगाल पुर्नजागरण काल की प्रमुख हस्ती और जाने-माने सुधारवादी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की आवक्ष प्रतिमा कथित तौर पर तोड़े जाने के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं ने बुधवार को अपने-अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर उनकी ‘प्रदर्शित तस्वीर' (डीपी) लगाई है।
सोशल नेटवर्किंग मंचों ट्विटर और फेसबुक पर तृणमूल कांग्रेस के अधिकारिक प्रोफाइल की डीपी को बदलकर उनकी जगह ईश्वरचंद्र विद्यासागर की तस्वीर लगाई गई है। उत्तर कोलकाता में मंगलवार को कथित भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने के विरोध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को एक विरोध रैली निकालेंगी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर जर्बदस्त हमला करते हुए मंगलवार को बनर्जी ने कहा था, ‘अमित शाह खुद को क्या समझते हैं? क्या वह सब से ऊपर हैं? क्या वह भगवान हैं कि उनका कोई विरोध नहीं कर सकता?' बंगाल पुर्नजागरण काल की अहम शख्सियत और 19वीं सदी के समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर के नाम पर बने कॉलेज में कथित भाजपा कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की तथा उनकी आवक्ष प्रतिमा को तोड़ दिया था।
माकपा ने भी घटना पर विरोध जताते हुए एक रैली का आह्वन किया है। शहर के बुद्धिजीवी बुधवार की शाम को कॉलेज से विरोध मार्च निकालेंगे।
वहीं दूसरी ओर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के लिए राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ‘मूक दर्शक' बना हुआ है। शाह ने यह भी कहा कि मंगलवार को जब कोलकाता में उनके काफिले पर कथित हमला किया गया तब वह सीआरपीएफ की सुरक्षा के बिना, सकुशल बच कर नहीं निकल पाते। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि आम चुनाव के अब तक संपन्न सभी छह चरणों के मतदान के दौरान केवल पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई, और कहीं से भी ऐसी किसी घटना की खबर नहीं है उन्होंने कहा कि अब तक चुनाव के 6 चरण समाप्त हो चुके हैं और इनमें सिवाय बंगाल के, कहीं भी हिंसा नहीं हुई।
उन्होंने कहा, ‘मैं ममता जी को बताना चाहता हूं कि आप सिर्फ 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ रही है। कहीं पर भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में हर चरण में हिंसा हुई। इसका साफ़ मतलब है कि हिंसा के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है।' भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बंगाल में चुनाव आयोग मूक दर्शक बना हुआ है जबकि उसे तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप भी लगाया।