बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय में अपराधियों ने बिहार पुलिस और नीतीश सरकार दोनों को खुली चुनौती देते हुए एक घंटे तक जिले के एक कोने से दूसरे कोने तक एनएच पर 30 किलोमीटर से ज्यादा अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें एक की मौत हो गई जबकि दस लोग घायल हो गए। मंगलवार की शाम 4 से 5 बजे के बीच बेगूसराय जिले के एक कोने बछवाड़ा में फायरिंग की वारदात शुरू हुई जहां दो लोगों को गोली मारी गई। एक बाइक पर सवार दो सनकी क्रिमिनल्स ने बछवाड़ा के बाद जिले की सीमा को सिमरिया में पार करने से पहले रास्ते में 11 लोगों को गोली मारी जिसमें एक की मौत हो गई।
बछवाड़ा के गोधना इलाके में दो लोगों को गोली मारने के बाद तेघड़ा में दो लोगों को गोली मारी गई। तेघड़ा के बाद अपराधियों ने बरौनी में दो लोगों को गोली मार दी। इसके बाद मल्हीपुर और बरौनी थर्मल में दो और तीन लोगों को गोली मारी गई। इसके बाद अपराधी गंगा नदी पर बने सिमरिया पुल के रास्ते पटना जिला में प्रवेश कर गए।
पुलिस का कहना है कि अपराधी समस्तीपुर जिले की तरफ से आए थे और घटना को अंजाम देकर पटना जिला की तरफ चले गए। किस स्पॉट पर कितने लोगों को गोली लगी, इसको लेकर स्थिति पूरी तरह साफ नहीं हुई है लेकिन पुलिस ने कुल 9 लोगों के घायल होने और 1 के मरने की पुष्टि की है।
बरौनी थर्मल से बछवाड़ा के बीच की दूरी करीब 30 किलोमीटर है जिस दौरान वो एक घंटे तक पूरे रास्ते जहां-तहां लोगों पर गोलियां चलाते रहे। इस गोलीबारी में अब तक मिली सूचना के मुताबिक एक की मौत हो गई है जबकि दस लोग घायल हो गए हैं।
बेगूसराय जिले में पहली बार इस तरह सरेशाम गोलीबारी की घटना से सनसनी फैल गई। घटना स्थलों पर अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। बदमाश घटना को अंजाम देकर बछवाड़ा के रास्ते आराम से भाग निकले जबकि रास्ते में कम से कम तीन थाना या ओपी एनएच पर ही है।
गोलियों की तरतराहट सुनकर हर जगह लोग जान बचाकर इधर-उधर भागे। बाइक सवार अपराधी हथियार लहराते फायरिंग करते आगे बढ़ते रहे। घटना बछवाड़ा, फुलबरिया, बरौनी और चकिया थाना क्षेत्र में घटित हुई हैं। अंधाधुंध फायरिंग में बरौनी थाना के पिपरा देवस गांव के चंदन कुमार की मौत हो गई है। घटना के बाद जिले में हड़कंप मचा है और अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है।