पटना: भारतीय जनता पार्टी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी एकता का बिगुल फूंक चुके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्ष का प्रधानमंत्री चेहरा होने की चर्चा होती रही है। गुरुवार को गया में पितृपक्ष मेला के उद्घाटन तथा रबर डैम व स्टील पैदल पुल के लोकार्पण समाराेह में मुख्यमंत्री ने तो कोई राजनीतिक बात नहीं की, लेकिन बिहार में पहली बार सरकारी मंच पर उनके भावी प्रधानमंत्री होने की मुनादी की गई। साथ ही तेजस्वी को अगला मुख्यमंत्री भी बताया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के संबोधन पर गौर करें तो उन्होंने इशारों में बड़ी बात कही।
मांझी ने कर डाली भावी पीएम की घोषणा
नीतीश कुमार ने भले ही राजनीतिक बयान से परहेज किया, लेकिन उनके करीबी माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनेंगे, इसके बाद तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे। बिहार में किसी सरकारी समारोह के मंच पर ऐसी घोषणा पहली बार की गई।
मांझी के बाद संबोधित करने वाले तेजस्वी यादव एवं खुद नीतीश कुमार ने इसपर मौन साध लिया।
गया में नीतीश ने राजनीतिक बात से किया परहेज
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की एकजुटता की मुहिम में जुटे नीतीश कुमार तीन दिनों तक दिल्ली में रहे। वे दिल्ली से सीधे गया पहुंचे। गया में पितृपक्ष मेला के उद्घाटन के दौरान माना जा रहा था कि वे विपक्षी एकता को लेकर अपनी मुहिम के बारे में कुछ बोलेंगे। लेकिन इससे वे किनारा कर गए।
कमजोर नहीं होगी महागठबंधन की डोर
तेजस्वी ने महागठबंधन में नीतीश कुमार के आने का स्वागत करते हुए उनके 'सात निश्चय' व 'जल जीवन हरियाली' कार्यक्रमों के साथ अपने मुख्य चुनावी वादों 'पढ़ाई-दवाई-रोजगार व कमाई' के साथ जोड़ा। उन्होंने परस्पर सहयोग से लंबे साथ का आश्वासन भी दिया। अपने संबोधन में नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए बीजेपी पर हमला किया। कहा कि कुछ लोग नदियों को जोड़ने की केवल बात करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री ने तो सूखी फल्गु नदी में पानी ला दिया। तेजस्वी की बातों से स्पष्ट था कि इस बार महागठबंधन की डोर कमजोर नहीं होगी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी की जाएगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजनीति पर कोई बयानबाजी नहीं की, लेकिन शराबबंदी की तरह ही एक महिला के आग्रह पर गया की फल्गु नदी में पानी लाने की मुहिम शुरू करने की बात बताई। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला के दौरा गया में देशभर के श्रद्धालु आते हैं। रबर डैम बन जाने से फल्गु नदी में पानी आ गया है। इससे पिंडदानियों को सुविधा होगी। बिहार के बारे में पूरे देश में बेहतर संदेश भी जाएगा। नीतीश कुमार की बातों से स्पष्ट है कि फल्गु में पानी के बहाने उनकी राष्ट्रीय स्वीकार्यता बढ़ेगी।