पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नई कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह 52 मिनट तक चला। एक साथ 5 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। कुल 31 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली, जिनमें से आरजेडी से 16, जेडीयू से 11, कांग्रेस से 2, हम से एक और एक निर्दलीय ने शपथ ली। राज्यपाल फागू चौहान ने सभी नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
सबसे पहले विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, तेज प्रताप यादव, आफाक आलम और आलोक मेहता ने मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल फागू चौहान ने पांचों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने दूसरी बार मंत्री पद की शपथ ली है, वे हसनपुर से विधायक हैं। वहीं, आलोक मेहता आरजेडी के वरिष्ठ नेता है, उन्हें सरकार में अहम विभाग मिल सकता है।
शपथग्रहण के दूसरे दौर में जेडीयू के अशोक चौधरी, श्रवण कुमार, आरजेडी के रामानंद यादव, सुरेंद्र कुमार यादव और लेशी सिंह को राज्यपाल ने मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
श्रवण कुमार नीतीश कुमार की कुर्मी जाति से हैं। वहीं, अशोक चौधरी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं और फिर जेडीयू में शामिल हो गए थे।
शपथ ग्रहण के तीसरे दौर में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन, मदन कुमार सैनी, ललित यादव, सर्वजीत कुमार और संजय झा ने शपथ ली।
शपथग्रहण के चौथे दौर में आरजेडी के वरिष्ठ नेता समीर महासेठ ने मंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ जेडीयू नेत्री शीला मंडल को भी राज्यपाल ने पद औऱ गोपनीयता की शपथ दिलाई, वह एनडीए सरकार में भी मंत्री रह चुकी हैं। इनके साथ पूर्व आईपीएस सुनील कुमार, चंद्रशेखर और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने शपथ ग्रहण की।
आरजेडी नेत्री और राबड़ी देवी की करीबी माने जाने वालीं अनिता देवी ने मंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ जेडीयू विधायक जमा खान, आरजेडी नेता जितेंद्र राय, जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह और जयंत राज को राज्यपाल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इसराइल मंसूरी, सारण के गरखा से विधायक सुरेंद्र राम, अनंत सिंह के करीबी आरजेडी एमएलसी कार्तिक सिंह, AIMIM छोड़कर आरजेडी में आए शाहनवाज आलम ने मंत्री पद की शपथ ली।